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उत्तराखण्ड में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त है। वही शासन प्रशासन मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर उसके अनुसार निर्णल ले रहे है। जिस जिले में बारिश की चेतावनी जारी होती है उस जिले के जिलाधिकारी ऐहतियातन कदम उठाते रहते है,आम तौर पर भारी बारिश की चेतावनी के बाद स्कूलों को बंद करने का आदेश तक जिलाधिकारी ले रहे है।
स्कूल बंद करने के निर्णय के पीछे प्रशासन की मंशा रहती है कि कही किसी अप्रिय स्थिति का सामना ना करना पड़े। लेकिन कुछ शरारती तत्व इसमें भी मौज ले रहे है।ताजा मामला पिथौरागढ़ का है। यहां विगत 10 और 11 जुलाई को जनपद में कक्षा 1 से 12 तक के स्कूल बच्चों के लिए बंद रखने के आदेश दिए थे, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने उसी आदेश में छेड़छाड़ कर बुधवार यानी 12 जुलाई के लिए भी स्कूलों में अवकाश का फर्जी आदेश मंगलवार देर शाम सोशल मीडिया में डाल दिया, जिसे बहुत से लोगों ने सही समझकर प्रसारित भी कर दिया। परंतु जिलाधिकारी की तरफ से 12 जुलाई के लिए ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया था।
उपजिलाधिकारी अनुराग आर्य ने बताया कि इस मामले में दस्तावेजों के साथ कोतवाली पिथौरागढ़ में रिपोर्ट दर्ज कर सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाएं प्रसारित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।