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अल्मोड़ा, 07 अप्रैल 2022- कोविड-19 महामारी के दौरान आउट सोर्सिंग से नियुक्त कर्मचारियों को हटाए जाने के फरमान से कर्मचारी नाराज हैं। उन्होंने उनके संबंध में जल्द सार्थक निर्णय नहीं लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
अल्मोड़ा सीएमओ को भेजे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि 31 मार्च 2022 से आउट सोर्स के माध्यम से कोविड-19 वैश्विक महामारी में नियुक्त किए गए कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है जिसके उपरांत सभी कोविड-19 कर्मचारियों के सामने रोजगार एवं पारिवारिक भरण पोषण का संकट गहरा गया है|
इन हटाए गए कार्मिकों का कहना है कि समस्त कोविड-19 कर्मचारियों द्वारा कोविड-19 की प्रथम, द्वितीय, तृतीय लहर के दौरान अपने व अपने परिवार के जीवन को संकट में डाल कर पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से दिन-रात अति अल्प वेतन में मरीजों की देखभाल सर्विलांस, सेम्पलिंग,टीकाकरण, ऑनलाइन एवं ऑफलाइन एंट्री एवं अति आवश्यक कार्य ग्राम स्तर पर जाकर विषम परिस्थितियों में भी पूर्ण किए गए हैं |
यह भी कहा कि प्रथम द्वितीय एवं तृतीय लहर के दौरान पूर्व में शासन द्वारा सम्मान स्वरूप धनराशि दिए जाने हेतु बहुत बार घोषणा भी की गई थी परंतु यह घोषणा है हर बार मिथ्या साबित हुई यह बात जगजाहिर है|
ज्ञापन में कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी काल में जब लोग अपने ही परिवार के सदस्यों को छूने व संपर्क में आने से भी डर रहे थे उस समय सभी कार्मिक अपने व अपने परिवार के लोगों की जान जोखिम में डालकर दिन और रात अपना कार्य का पूर्ण निर्वहन निष्ठा और ईमानदारी से कर रहे थे | लेकिन वर्तमान में सभी कोविड-19 कर्मचारियों के समस्त कार्यों को अनदेखा कर उपहार स्वरूप सेवा समाप्त के आदेश दिए गए हैं जो की मान्यता की दृष्टि से अत्यंत खेद का विषय है|
सभी ने विभाग से समस्त कोविड-19 कर्मचारियों की सेवा विस्तारित करें ताकि भविष्य में ऐसा संकट द्वारा उत्पन्न ना हो अपने स्तर से उचित कार्यवाही करने और ऐसा नहीं करने पर कार्यस्थल पर आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है। ज्ञापन देने वालों में हिमांशु, डिकर सिंह, मनोज भट्ट आशा नेगी सहित 16 कार्मिकों के हस्ताक्षर हैं।