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आतंकियों से लड़ते शहीद हुए उत्तराखंड के दो लाल (soldier), दो बहनों के इकलौते भाई की अक्टूबर में होनी थी शादी

UTTRA NEWS DESK
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डेस्क, 6 अप्रैल 2020
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में एक सूबेदार समेत 5 जवान (soldier) शहीद हो गए. इस मुठभेड़ में 5 आंतकियों को ढेर कर उत्तराखंड के दो जवान रुद्रप्रयाग के देवेंद्र सिंह और पौड़ी गढ़वाल के अमित कुमार अंथवाल भी शहीद हो गए. दोनों जवानों
(soldier) के शहीद होने की खबर जब घर पहुंची तो घर में मातम पसर गया. शहीदों के पार्थिव शरीर उनके गांव लाए जा रहे है.

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पौड़ी जिले के कल्जीखाल ब्लॉक के कोला गांव निवासी अमित कुमार अण्थवाल जम्मू—कश्मीर के कुपवाड़ा में आंतकियों से लोहा लेते शहीद हो गए. शहीद जवान (soldier) दो बहनों का इकलौता भाई है. शहीद की मां भगवती देवी और पिता नागेंद्र प्रसाद का रो—रो कर बुरा हाल है.

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बताया जा रहा है कि शहीद की जुलाई 2019 में सगाई हुई थी. अक्टूबर 2020 में शादी तय हुई थी. किसी ने सोचा भी नही था कि जिसके सर पर सेहरा सजने वाला है वह भारत माता का लाल उससे पहले ही तिरंगे पर लिपट कर घर आएगा. पूरे क्षेत्र में इस घटना को सुनकर मातम पसर गया है लोग स्तब्ध है.

रुद्रप्रयाग जिले के तहसील बसुकेदार के तिनसोली गांव निवासी देवेन्द्र सिंह राणा पुत्र भूपाल सिंह राणा भी इस मुठभेड़ में शहीद हो गए. हवलदार देवेन्द्र पैरा रेजिमेंट में थे. करीब 18 साल की सेवा देश को दे चुके थे. वर्तमान में उनका परिवार देहरादून में रहता था.

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शहीद, देवेंद्र सिंह फो2टो—उत्तरा न्यूज

वह अपने पीछे दो मासूम बच्चों को रोता बिलखता छोड़ गए है. शहीद का बेटा आयुष कक्षा 6 और बेटी आंचल कक्षा 7 में पढ़ते हैं. शहीद की पत्नी विनिता व मां कुवंरी देवी का रो—रो कर बुरा हाल है. शहीद का एक छोटा भाई भी है. बहनों की शादी हो चुकी है. देवेन्द्र के शहीद होने से की खबर से गांव एवं क्षेत्र में गमगीन माहौल है.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दोनों जवानों (soldier) की शहादत को नमन करते हुए ईश्वर से शहीदों की आत्मा की शांति व परिजनों को संबल प्रदान करने की कामना की है. उन्होंने कहा कि सरकार शहीदों के परिजनों के साथ हर समय खड़ी है.