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मई दिवस (May day)- कोरोना काल में किसान व मजदूर वर्ग के हितों से खिलवाड़- उपपा का आरोप

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा, 1 मई, 2021- अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस (May day) पर कोरोना काल में श्रमिक, कर्मचारियों, प्रवासियों की घोर उपेक्षा पर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार पर किसान, मज़दूरों के हितों से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।

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उपपा के केंद्रीय कार्यालय में आज मई दिवस (may day) पर आयोजित संगोष्ठी में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि कोरोना महामारी ने केंद्र व राज्य सरकारों का श्रमिक विरोधी, जन विरोधी चेहरा बेनकाब कर दिया है।

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अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस (may day) पर आयोजित इस संगोष्ठी में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने 135 वर्ष के श्रमिक आंदोलन से पाए 8 घंटे कार्य के अधिकार के स्थान पर 12 घंटे से अधिक काम करने की नीति को लागू करके श्रमजीवी जनता के अधिकार पर डाका डाला है जिसका एकजुट होकर विरोध करना समय की मांग है।

संगोष्ठी में कोरोना काल में करोड़ों श्रमिकों, गरीबों, वंचित तबकों, प्रवासियों की उपेक्षा और कृषि सुधार के नाम पर लाए गए काले कानूनों की भी निन्दा की और कहा कि सरकार ने कोरोना काल की आपदा को अपने कृपापात्र पूंजीपतियों व राजनीतिक स्वार्थों के लिए अवसर में बदल कर इस महामारी से निपटने में भारी लापरवाही का भी परिचय दिया है। जिस कारण आज देश भारी ख़तरे में है।

वक्ताओं ने कहा कि भारत जैसे विशाल देश में स्वास्थ्य सेवाओं व अर्थव्यवस्थाओं की दुर्गति के कारण स्थितियां गंभीर हो गई हैं। लोग ऑक्सीजन, एम्बुलेंस, दवाइयों, अस्पतालों में वेंटिलेटर, बेड्स के लिए अव्यवस्था एवं लाचारी से भयभीत हैं जिसका खामियाजा आम लोग भुगत रहे हैं और सरकार इसे सिस्टम की असफलता बता कर अपने दायित्व से मुक्त होने की कोशिश कर रही है।

संगोष्ठी में कोरोना काल में अपना जीवन गंवा रहे तमाम लोगों के प्रति सहानुभूति और श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। संगोष्ठी में सरकार से ठेका प्रथा समाप्त करने व श्रमिक विरोधी कानूनों को वापस लेने, काले कृषि कानूनों को निरस्त करने एवं कोरोना काल में लिए गए सारे नीतिगत फैसलों व कानूनों को वापस लेने की मांग की।

वक्ताओं ने कहा कि दुनिया के सभी मेहनतकशों को एकजुट होकर मई दिवस की उपलब्धियों को मिटाने वाली सरकारों के ख़िलाफ़ संघर्ष हेतु आगे आना चाहिए।

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संगोष्ठी की अध्यक्षता श्रमिक नेता मुहम्मद वसीम व संचालन किरन आर्या ने किया। संगोष्ठी में उपपा की केंद्रीय सचिव आनंदी वर्मा, योगेश बिष्ट, गोपाल राम, राजू गिरी, धीरेन्द्र मोहन पंत, हीरा देवी, नीतू आर्या समेत तमाम लोग उपस्थित थे।

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