अहमदाबाद प्लेन क्रैश में एयर इंडिया के प्लेन में 270 लोगों ने अपना जीवन खो दिया। बी. जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की बिल्डिंग पर जैसे ही प्लेन क्रैश हुआ, पूरा इलाका आग और धुएं के गुबार की चपेट में आ गया।
स्थानीय लोगों ने अपनी जान बचाकर भागने की कोशिश की और उनका कीमती सामान जैसे सोना, नगदी, बैक पासपोर्ट जैसी कई जरूरी चीजे वहीं छूट गई।
प्लेन क्रैश के दौरान राजू पटेल नामक एक व्यावसायिक घटनास्थल के आसपास मौजूद था जैसे हादसा हुआ वह मौके पर पहुंचा। इसके बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू करना शुरू किया। अधिकारियों ने पटेल को सहायता करने की अनुमति दे दी थी। इस तरह उन्हें मलवे से काफी सामान मिला, जिसे बाद में पुलिस को सौंप दिया था।
राजू पटेल ने बताया कि जमीन पर बिखरे मलबे से उन्हें 70 तोला सोने के आभूषण और 80000 रुपये नकद मिले थे। इसके अलावा कई लोगों के पासपोर्ट भी बरामद हुए थे। इस दौरान वहां एक भगवत गीता भी बरामद हुई थी, जिसकी चर्चा मीडिया और सोशल मीडिया पर काफी हुई थी। उन्होंने सभी चीजें पुलिस को सौंपने की बात कही है।
राजू ने बताया कि पहले तो हादसे के बाद हम लोग आग कम होने का इंतजार करते रहे, इसके बाद सुरक्षा दलों के साथ रेस्क्यु ऑपरेशन में हाथ बटाते रहे।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की घटना इतनी ज्यादा भयानक थी की मृतको की पहचान के लिए उनके परिवार और रिश्तेदारों डीएनए सैंपल लिए गए थे, ताकि शवों की पहचान की जा सके।
इस दर्दनाक हादसे में 270 लोगों ने अपनी जान गवाई थी, जिसमें प्लेन में यात्रा कर रहे लोग, हॉस्पिटल और बिल्डिंग के आस-पास मौजूद डॉक्टर, कर्मी समेत अन्य लोग शामिल थे।