देहरादून से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. जहां आईएसबीटी चौकी के इंचार्ज उपनिरीक्षक देवेंद्र खुगशाल को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है. बताया जा रहा है कि उन पर एक लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है. ये रिश्वत उन्होंने जमीन विवाद में गैंगस्टर एक्ट लगाने की धमकी देकर ली थी. जैसे ही ये खबर फैली, वैसे ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.
गिरफ्तारी के तुरंत बाद विजिलेंस की टीम चौकी पहुंची और वहां की अलमारी की तलाशी ली. इस तलाशी के दौरान साढ़े तीन लाख रुपए कैश बरामद हुआ. जब इस पैसे के बारे में पूछा गया तो कोई जानकारी नहीं दी गई. इसलिए विजिलेंस ने उस रकम को सीज कर दिया. अब इस रकम की जांच भी शुरू हो गई है. अलमारी में मिले कुछ दस्तावेज भी टीम ने अपने कब्जे में ले लिए हैं. ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके.
देवेंद्र खुगशाल को कुछ महीने पहले पर्वतीय जिले में ट्रांसफर किया गया था. लेकिन ट्रांसफर रुकवाने के लिए जिन दारोगाओं ने सिफारिश लगाई, उन्हीं में से एक देवेंद्र भी थे. इसी कारण उनका ट्रांसफर रुक गया. इससे पहले वे नेहरू कॉलोनी के बाईपास चौकी और लालतप्पड़ चौकी में भी तैनात रह चुके हैं. करीब डेढ़ साल पहले उन्हें आईएसबीटी चौकी की जिम्मेदारी दी गई थी.
बुधवार को उन्होंने एक केस में नाम हटवाने के बदले पांच लाख की मांग की थी. उसी में से एक लाख एडवांस के तौर पर लिया. जिसे विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया. अब इस पूरे मामले में आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इसके साथ ही एसएसपी अजय सिंह ने पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक हरिओम चौहान को पुलिस कार्यालय भेज दिया है. जिससे साफ है कि पुलिस महकमा अब इस मामले में कोई ढील नहीं देना चाहता.