अलीगढ़ के गोंडा थाना क्षेत्र के डांटोली गांव की रहने वाली महिला कांस्टेबल वंदना की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। वंदना उत्तर प्रदेश पुलिस की 2018 बैच की कांस्टेबल थीं और बिजनौर के एसएसपी कार्यालय में तैनात थीं। दो महीने पहले 23 फरवरी को उनकी शादी नौहझील थाना क्षेत्र के गांव अंतरागढ़ी निवासी अरविंद से हुई थी, जो नोएडा में एसएसएफ मेट्रो में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं।
वंदना गुरुवार की शाम ससुराल पहुंची थीं। रात को उनके पति भी घर लौटे। इसी दौरान पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। अगले दिन शुक्रवार सुबह वंदना का शव कमरे में फंदे से लटका मिला। सुबह चार बजे वंदना ने अपने भाई सुबोध कुमार को फोन कर मारपीट की जानकारी दी थी और घर आने को कहा था। इस कॉल का ऑडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो चुका है। इसके कुछ घंटे बाद पुलिस ने वंदना की मौत की सूचना दी, जिससे पूरा परिवार सदमे में है।
वंदना के भाई का आरोप है कि शादी के बाद ससुराल पक्ष दस लाख रुपये के अतिरिक्त दहेज की मांग कर रहा था और लगातार बहन पर दबाव बना रहा था। उन्होंने कहा कि बहन के पति के चाचा के बेटे को शादी में दस लाख रुपये नकद दिए गए थे, जिसके बाद ससुराल वाले वंदना से भी उतनी ही रकम लाने की मांग करने लगे। जब वंदना ने इसका विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी गई और मामला आत्महत्या का दिखाने के लिए शव को फंदे पर लटका दिया गया।
शनिवार सुबह जब पोस्टमार्टम हाउस पर वंदना का शव लाया गया, तो वहां मायके और ससुराल पक्ष के बीच तीखी कहासुनी हो गई। स्थिति बिगड़ने पर ससुरालीजन वहां से भाग निकले। पुलिस ने वंदना के पति अरविंद, ससुर गजेंद्र सिंह, सास अनीता देवी, ननद, देवर अनुज और ममिया ससुर योगेंद्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है।
थाना नौहझील प्रभारी रवि त्यागी ने बताया कि वंदना के मोबाइल को कब्जे में ले लिया गया है और उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। परिजनों का मानना है कि मोबाइल में मौजूद कॉल रिकॉर्डिंग, मैसेज और अन्य डिजिटल सबूत इस मामले की सच्चाई सामने ला सकते हैं। पुलिस जांच में जुटी हुई है और मृतका को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया गया है।