चमोली जिले की निजमुला घाटी में एक प्रेम कहानी दुखद अंजाम तक जा पहुंची। पाणा गांव में विवाह के नौ महीने बाद एक गर्भवती युवती की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। 21 वर्षीय कविता का शव भनाली तोक के घने जंगल में एक पेड़ के पास मिला, जहां की खामोशी में एक दर्दनाक सच्चाई दबी हुई नजर आई। बताया गया कि कविता तीन महीने की गर्भवती थी और वह पिछले कुछ समय से तनाव में थी।
कविता ने करीब नौ महीने पहले राकेश नामक युवक से प्रेम विवाह किया था। लेकिन यह रिश्ता उसके लिए सुख की बजाय लगातार पीड़ा और प्रताड़ना का कारण बनता गया। कविता के परिजनों का आरोप है कि ससुराल में उसे लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया और अंततः इसी प्रताड़ना ने उसकी जान ले ली।
ससुराल पक्ष ने इसे आत्महत्या का मामला बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की, लेकिन हालात उनकी बातों से मेल नहीं खाते। दावा किया गया कि कविता ने परांदे से फांसी लगाई, जबकि उसका शव उस पेड़ से करीब 30 मीटर दूर मिला। यही नहीं, मृतका के हाथों पर कट के निशान भी थे, जो किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं।
कविता की मौत की सूचना मिलते ही मायके पक्ष का गुस्सा फूट पड़ा। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर परिजनों ने शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से इनकार कर दिया और हत्या के आरोप में न्याय की मांग करते हुए जमकर विरोध किया। उनका कहना था कि कुछ दिन पहले ही कविता ने फोन पर बताया था कि वह गर्भवती है और ससुराल में उसे प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है।
हंगामे की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नायब तहसीलदार दीप्ती शिखा मौके पर पहुंचीं और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया। इसके बाद परिजनों ने शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की अनुमति दी। वहीं, राजस्व पुलिस ने पति राकेश के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 85 और 103 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। अब इस पूरे मामले की जांच रेगुलर पुलिस को सौंप दी गई है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि कविता की मौत से जुड़ी सच्चाई जल्द सामने आएगी।