राज्य में फिर से कोरोना ने दस्तक दी है और संक्रमण के मामले धीरे धीरे बढ़ते जा रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक रविवार को पचपन साल की एक महिला कोरोना संक्रमित पाई गई है। फिलहाल महिला की हालत स्थिर बताई जा रही है और उसे अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक वो घर में ही आइसोलेशन में है और इलाज चल रहा है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि महिला ने किसी निजी लैब में अपनी जांच करवाई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। खास बात ये है कि महिला ने हाल ही में कहीं यात्रा नहीं की है यानी उसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। प्रदेश में अब तक कुल मिलाकर चौंतालीस कोरोना केस सामने आ चुके हैं।
इनमें से सबसे ज्यादा केस देहरादून जिले से हैं। यहां अब तक छब्बीस लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। हरिद्वार से भी एक मामला आया है जबकि सात मरीज ऐसे हैं जो उत्तराखंड से बाहर जा चुके हैं। फिलहाल राज्य में छह एक्टिव केस हैं जिनमें से एक मरीज अस्पताल में भर्ती है। बाकी पांच मरीज घर में ही रहकर इलाज ले रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना का मौजूदा वेरिएंट उतना खतरनाक नहीं है जितना पहले था। मरीजों में सिर्फ हल्के लक्षण देखने को मिल रहे हैं जैसे सर्दी खांसी और बुखार। स्टेट नोडल अधिकारी डॉक्टर पंकज ने बताया कि संक्रमण की रफ्तार अभी भी काफी कम है और चिंता की कोई जरूरत नहीं है। कोरोना अब एक आम वायरल की तरह हो चुका है। इसी वजह से अब सर्दी जुकाम जैसे लक्षणों पर भी जांच की जा रही है जिससे केस की संख्या बढ़ती नजर आ रही है।
देहरादून और हरिद्वार से सामने आए कुल सत्ताईस मामलों में सिर्फ तीन मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है। बाकी सब घर में ही इलाज करा रहे हैं और तेजी से ठीक भी हो रहे हैं। इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें। मास्क पहनें। भीड़ से दूर रहें और हाथों की सफाई का ध्यान रखें। यही सावधानी आगे चलकर सबसे बड़ा बचाव साबित होगी।