राजधानी लखनऊ में मलिहाबाद के मुजासा गांव में एक रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात को अंजाम दिया गया। यहां एक 14 साल के बच्चे ने अपने 70 वर्ष से दादी का मुंह तकिया से दबा दिया और फिर हाथ से गला दबाकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद वह इस कमरे में रात भर सोया और सुबह उठकर नहा धोकर स्कूल चला गया। दोपहर में जब वृद्धा का फोन रिसीव नहीं हुआ तो आलमबाग में रहने वाली उसकी बेटी ने पड़ोसियों को उसके घर भेजा तब इस मौत के बारे में जानकारी मिली। स्कूल से लौटे पौत्र से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने हत्या की बात को स्वीकार किया।
वृद्धा अपने पौत्र के साथ ही रह रही थी। 10 साल पहले उसके बेटे की मौत हो गई थी। उसके बाद बहू भी छोड़कर चली गई थी। पौत्र दादी के साथ रही रहता था। वह कक्षा आठ में पढ़ता था। डेढ़ हफ्ते पहले वह वृद्धा के देवर के घर चला गया और रात को करीब 9:00 बजे लौटा। उसने दादी से स्कूल फीस भी मांगी।
दादी ने फीस देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा जब तुम मेरे साथ रहोगे तभी स्कूल फीस दी जाएगी अन्यथा नहीं दी जाएगी। इसके बाद वृद्धा सो गई। रात को सोते समय उसने तकिए से अपनी दादी का मुंह दबा दिया और इसके बाद हाथ से गला दबाकर मार दिया और रात भर इस कमरे में सोता रहा।
वृद्धा की बेटी ने बताया कि उसने अपनी मां को फोन किया जब फोन रिसीव नहीं हुआ तो पड़ोसियों को उसके घर भेजा। पड़ोसियों ने बताया कि उसके शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही थी। इसके बाद बेटी घर पहुंची मां को अस्पताल लेकर डॉक्टर के पास गई लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसी बीच सूचना पर पुलिस भी आ गई। फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। इस बीच वृद्ध का पौत्र भी स्कूल से घर आ गया और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।