उत्तराखंड का मौसम लगातार बिगड़ता जा रहा है। बारिश का क्रम फिलहाल पहले से थोड़ा हल्का हुआ है। हालांकि पहाड़ से लेकर मैदान तक लगातार काले बादल मंडरा रहे और बारिश का दौर भी चल रहा है। कहीं-कहीं धूप के लिए तो कहीं बादल छाए हुए हैं।
आज देहरादून टिहरी और बागेश्वर में कहीं कहीं पर भारी वर्षा और गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने का येलो अलर्ट है।
पर्वतीय जनपदों में कहीं-कहीं गर्जना के साथ आकाशीय बिजली भी गिरने के असर है और बारिश के तेज होने की आशंका है। चार धाम व यात्रा मार्गों पर भी लगातार बादल छाए हुए हैं और बारिश हो रही है।
उत्तरकाशी जनपद के बड़कोट में स्याना चट्टी में बनी झील का पानी घरों में घुसने लगा है।
28 जून को हुई मूसलाधार बारिश के बाद यमुना नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था और स्यानचट्टी में झील बन गई थी जो अब लोगों के लिए खतरा बन रही है। क्षेत्र के लोग दहशत में है।
यदि यमुना का जलस्तर और बढ़ेगा तो नदी किनारे बने आवासीय भवनों और होटल को भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से नदी में बनी झील का पानी कम करने की मांग की है क्योंकि झील से पूरे क्षेत्र को खतरा है।
लगातार हो रही बारिश के कारण झील का पानी और मालवा सियाणा चट्टी में बने होटल और घरों में घुसने लगा है जिससे लोग दहशत में आ गए हैं और अपने होटल को खाली कर रहे हैं।
वही देहरादून में गुरुवार को हुई बारिश से कई क्षेत्रों में जल भर गया है और लोगों के वहां से आवाजाही करने में परेशानी हो रही है। देहरादून के प्रिंस चौक पर बनी नाली संकरी हो गई है जिससे जल निकासी की क्षमता भी सीमित हो गई है।
नालियों की सफाई न होने के कारण इनमें पानी भर रहा है और उसके कारण कीचड़ और पानी बहकर सड़कों पर आ रहा है। जिसकी वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
उधर मसूरी-देहरादून मार्ग के झड़ी पानी क्षेत्र में एक बड़ा बोल्डर सड़क पर गिरने से वाया झड़ी पानी, बार्लोगंज का यातायात ठप हो गया है। यात्रियों को मसूरी झील और जेपी बैंड के रास्ते जाना पड़ रहा है