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Uttarakhand: कोरोना के बीच मर गई इंसानियत- संक्रमित व्यक्ति के शव ले जाने के लिए एंबुलेंस चालक ने वसूले 4 हजार रुपये

Newsdesk Uttranews
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पौड़ी, 11 मई 2021- कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से जहां देश भर में हाहाकार मचा हुआ है। लाखों लोग संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके है। लेकिन ऐसे मुश्किल दौर में भी कुछ लोग लाशों को भी नहीं बख्श रहे है और कोरोना को मुनाफा कमाने का जरिया बना रहे है।

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इंसानियत को शर्मसार करने वाला यह मामला उत्तराखंड (Uttarakhand) के पौड़ी जिले से सामने आया है। जहां एक कोरोना संक्रमित के शव ले जाने के लिए एंबुलेंस चालक ने महत 3​ किमी के परिजनों से 4 हजार रुपये वसूल लिए।

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक समाज कल्याण विभाग में सेवारत एक वरिष्ठ सहायक की रिपोर्ट 20 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। वे होम आइसोलेशन में थे, लेकिन अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें 28 अप्रैल को पहले जिला अस्पताल व वहां से रेफर होने के बाद बेस अस्पताल श्रीनगर में भर्ती किया गया।

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बीते सोमवार सुबह करीब 8 बजे संक्रमित कर्मचारी ने दम तोड़ दिया। शव को श्मशान घाट ले जाने के लिए परिजन 4 घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहे लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से परिजनों को शव ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं दी।

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किसी तरह परिजनों ने एक निजी एंबुलेंस की व्यवस्था की। परिजनों ने बताया कि एंबुलेंस चालक ने उनकी मजबूरी का फायदा उठाते हुए शव को महज 3 किमी ले जाने के 4 हजार रुपये की मांग कर डाली। लाचारी में परिजनों को एंबुलेंस संचालक को पैसे देने पड़े।

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अस्पताल के पीआरओ एंबुलेंस दीनदयाल रावत ने बताया कि एंबुलेंस मोर्चरी में ही खड़ी थी, लेकिन डिस्पोजल टीम लंच पर गई थी वहीं, एसडीएम श्रीनगर रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।