प्रिंसिपल और टीचर के बीच हुई लड़ाई, दोनों ने मारा थप्पड़ों पर थप्पड़, चोटी पकड़ कर घसीटा, मोबाइल तोड़े वीडियो आया सामने

Advertisements Advertisements लोग कहते हैं कि शिक्षक वह होता है जो हमें सही मार्ग दिखाता है लेकिन मध्य प्रदेश के खरगोन से एक बेहद हैरान…

Screenshot 20250504 080008 Chrome
Advertisements
Advertisements

लोग कहते हैं कि शिक्षक वह होता है जो हमें सही मार्ग दिखाता है लेकिन मध्य प्रदेश के खरगोन से एक बेहद हैरान करने वाली घटना सामने आई है जिसे देखकर आपकी सोच बदल जाएगी। यहां शिक्षा के मंदिर में महिला प्राचार्य और शिक्षिका आपस में भिड़ गई।

इतना ही नहीं दोनों किसी गुंडी की तरह एक दूसरे की छोटी पकड़ कर मारपीट भी करने लगी जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।


यह मामला कलेक्टर तक पहुंच गया और दोनों को तत्काल हटा दिया गया। खरगोन जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर स्थित स्कूल की महिला प्रधानाचार्य प्रवीन दहिया और शिक्षिका लाइब्रेरी एंड मधु रानी के बीच किसी बात को लेकर जोरदार झगड़ा हो गया। इस दौरान दोनों एक दूसरे पर विवाद करते हुए मोबाइल पर वीडियो बनाने लगी।

बात इतनी ज्यादा बढ़ गई की प्रधानाचार्य ने लाइब्रेरियन को एक थप्पड़ रसीद दिया और उसका मोबाइल छीन कर तोड़ दिया। फिर क्या था महिला प्राचार्य और लाइब्रेरियन दोनों आपस में भीड़ गई। एक दूसरे की चोटी पकड़कर मारपीट शुरू हो गई और प्राचार्य ने एक नहीं लाइब्रेरियन को कई थप्पड़ रसीद कर दिए।


दोनों इस कदर मारपीट करने लगी की दीवार पर धक्का दे दिया। कुछ टीचर उन्हें छुड़वाने की बात करने लगे लेकिन दोनों के बीच बचाव के लिए कोई नहीं आया। इस मारपीट का वीडियो वहां खड़े एक अन्य व्यक्ति ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया।

मारपीट की घटना के बाद प्रधानाचार्य और लाइब्रेरियन दोनों अलग-अलग समय पर गांव थाने पहुंची। दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रही थी। यही नहीं मेडिकल के लिए दोनों को जिला अस्पताल भी भेजा गया। यहां प्राचार्य दाहिया आईसीयू में भर्ती हो गई और लाइब्रेरियन मधुरानी भी वार्ड में भर्ती हुई है।


मामले की सूचना मिलने पर सहायक आयुक्त प्रशांत आर्या ने स्कूल और जिला अस्पताल पहुंचकर जांच शुरू की। मामले की सूचना कलेक्टर भव्या मित्तल को मिलने पर दोनों को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश जारी कर दिए। दोनों को सहायक आयुक्त प्रशांत आर्या के कार्यालय में फिलहाल अटैच किया गया है।


उल्लेखनीय है कि एकलव्य आदर्श आवासीय परिसर दिल्ली से संचालित होता है और यहां करीब सालाना 5 करोड़ से अधिक की राशि बच्चों के पढ़ाई और आवासीय व्यवस्था के लिए पहुंचाए जाते हैं। फिलहाल कलेक्टर के आदेश पर मामले की जांच कर रिपोर्ट दिल्ली भेजी जा रही है ताकि प्राचार्य और लाइब्रेरियन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।