एक साल तक कमरे में बंद रहकर खेलता रहा पबजी, अब किशोर की हालत नाजुक

Advertisements Advertisements दिल्ली से एक बहुत ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पबजी गेम की लत ने एक बच्चे की जिंदगी बुरी…

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दिल्ली से एक बहुत ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पबजी गेम की लत ने एक बच्चे की जिंदगी बुरी तरह से बदल दी है। एक साल तक रोज बारह घंटे तक वीडियो गेम खेलने वाले इस लड़के की रीढ़ की हड्डी में ऐसी गड़बड़ी आ गई कि वह चलने फिरने में लाचार हो गया है। उसे पेशाब करने में भी दिक्कत होने लगी। जिसके बाद उसे गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बताया गया है कि यह लड़का करीब एक साल से अपने कमरे में अकेले रह रहा था। और दिन भर मोबाइल पर गेम खेलता था। उसका किसी से मिलना जुलना नहीं था। और ना ही वह किसी तरह की कोई शारीरिक गतिविधि करता था। इस दौरान उसकी रीढ़ की हड्डी पर इतना असर पड़ा कि उसका शरीर टेढ़ा मेढ़ा हो गया। और वह ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था।

डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को गंभीर किस्म की रीढ़ की बीमारी हो गई थी। जिसे ठीक करना आसान नहीं था। नई दिल्ली के भारतीय स्पाइनल इंजरी सेंटर में इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक यह मामला सिर्फ एक मेडिकल केस नहीं था। बल्कि मानसिक और सामाजिक रूप से भी बेहद जटिल बन चुका था। लड़के की रीढ़ की हड्डी इतनी ज्यादा खराब हो गई थी कि अगर वक्त पर सर्जरी न होती तो वह हमेशा के लिए अपाहिज हो सकता था।

अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि आजकल लगातार स्क्रीन देखने और घंटों मोबाइल गेम खेलने की वजह से बच्चों में ऐसी परेशानियां तेजी से बढ़ रही हैं। बच्चों में मांसपेशियों की कमजोरी। हड्डियों की बनावट में बदलाव। और मानसिक रूप से अकेलापन जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं। जो चिंता की बात है।

इस लड़के की हालत भी कुछ ऐसी ही थी। वह न तो बाहर जाता था। न किसी से बात करता था। और ना ही कोई एक्सरसाइज करता था। सारा दिन मोबाइल पर गेम खेलता रहता था। हालत जब बिगड़ गई तो परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने एडवांस स्पाइनल नेविगेशन तकनीक से उसकी सर्जरी की। और अब उसकी तबीयत में धीरे धीरे सुधार हो रहा है। हालांकि अभी उसे पूरी तरह ठीक होने में समय लगेगा।