दिल्ली में कोरोना से पहली मौत ने बढ़ाई देशभर में चिंता, नए वेरिएंट से संक्रमण में तेजी

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देश में एक बार फिर कोरोना ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। बीते एक सप्ताह में दो हजार से अधिक नए एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। इन बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली से एक चिंताजनक खबर सामने आई है, जहां कोरोना के नए वेरिएंट के कारण पहली मौत दर्ज की गई है। मृतक एक 60 वर्षीय महिला थीं, जिनकी तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अस्पताल सूत्रों के अनुसार, महिला को पेट में असहनीय दर्द और लगातार उल्टी की शिकायत के चलते इलाज के लिए लाया गया था। जांच में पता चला कि वह ‘Acute Intestinal Obstruction’ से पीड़ित हैं, जिसके बाद तुरंत उनकी लैप्रोटॉमी (पेट की सर्जरी) की गई। सर्जरी के बाद जब सामान्य टेस्ट किए गए, तो उसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। खास बात यह रही कि उन्हें पहले से कोरोना का कोई लक्षण नहीं था, लेकिन संक्रमण की वजह से ऑपरेशन के बाद उनकी हालत बिगड़ती गई और अंततः उनकी मौत हो गई।

इस घटना के बाद दिल्ली-एनसीआर में डर का माहौल है। राजधानी में अब तक कुल 294 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं, जबकि सिर्फ शुक्रवार को 56 नए केस सामने आए हैं। दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम जैसे आस-पास के इलाकों में भी केस तेजी से बढ़ रहे हैं। गुरुग्राम में शुक्रवार को तीन नए मरीज मिले, जिससे पिछले दस दिनों में यहां का आंकड़ा 16 तक पहुंच गया है।

दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि हालात पर नजर रखी जा रही है और घबराने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि राजधानी के अस्पतालों में फिलहाल 19 मरीज भर्ती हैं, और सभी की हालत स्थिर है। इसके बावजूद एहतियातन टेस्टिंग की संख्या बढ़ा दी गई है और अस्पतालों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं।

देश के अन्य राज्यों की बात करें तो केरल में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। यहां एक्टिव केस की संख्या 1147 तक पहुंच चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार ओमिक्रॉन के JN वेरिएंट LF7 के कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है। हालांकि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इसे ‘वेरिएंट अंडर मॉनिटरिंग’ की श्रेणी में रखा है और इसे फिलहाल गंभीर नहीं माना गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देशभर में कुल एक्टिव केस की संख्या अब 2710 हो चुकी है। बीते 24 घंटों में 511 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 255 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं सात लोगों की मौत दर्ज की गई है। जनवरी 2025 से अब तक कुल 1170 मरीज ठीक हो चुके हैं।

महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना के 84 नए मामले दर्ज हुए हैं। वहीं राजस्थान में पिछले 24 घंटों के भीतर 15 नए मरीज सामने आए हैं। राहत की बात यह है कि अब तक अधिकांश मरीजों में कोरोना के लक्षण बहुत हल्के ही देखे गए हैं। हालांकि, दिल्ली में हुई मौत के बाद अब स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट पर आ गया है और सभी राज्यों को निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

विशेषज्ञों की सलाह है कि आम जनता मास्क का उपयोग फिर से शुरू करे, भीड़भाड़ वाले इलाकों में सतर्क रहें और किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत जांच करवाएं। संक्रमण भले ही हल्का हो, लेकिन सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। कोरोना की यह नई लहर कितनी गंभीर होगी, इसका आकलन आने वाले कुछ हफ्तों में ही हो पाएगा, लेकिन अभी से सतर्क रहना ही सबसे बेहतर उपाय है।