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अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल बनी स्वरोजगार की मिशाल, गुरुग्राम से लौट कर पहाड़ में लगाई हवाई चप्पल बनाने की इकाई

Newsdesk Uttranews
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Self-employed Mishaal of migrant in Almora, returned from Gurugram to make aerial sandal अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

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अल्मोड़ा, 27 अगस्त 2020- कोरोना संक्रमण के चलते शुरु हुए लाँक डाउन के चलते पहाड़ी जिलों में हजारों की संख्या में प्रवासी अपने घरों को लौटे है। अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

कई रोजगार का इंतजार कर रहे है तो कुछ ने हुनर,अनुभव व मेहनत को धरातल पर उतारकर स्वरोजगार की सराहनीय कहानी के नायक बने हुए हैं| अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

मालूम हो कि कई प्रवासी ऐसे हैं जो प्रदेश से बाहर फैक्ट्रियों में कार्य करते थे लेकिन लॉक डाउन के दौरान नौकरी नहीं रही और उन्हें घर वापस लौटना पड़ा ऐसी स्थिति में किस्मत को कोसने की बजाय कई युवा स्वरोजगार के लिए लोगों की प्रेरणा बने हैं।

ऐसे में गुरुग्राम में चप्पल बनाने की फैक्ट्ररी में काम करने वाले प्रवासी प्रेम सिंह लटवाल ने घर लौट कर अपने घर के पास ही चप्पल बनाना शुरू कर दिया है। मूल रूप से चौसली निवासी प्रेम लटवाल अब क्वारब पुल के पास रहते हैं वहीं उन्होंने यह छोटी इकाई स्थापित की है। इसके लिए मशीने भी खरीद ली है. कोरोना संक्रमण के चलते शुरु हुए लाँक डाउन के चलते पहाड़ी जिलों में हजारों की संख्या में प्रवासी अपने घरों को लौटे है। अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

राज्य में प्रवासियों को स्वरोजगार के लिए जिले स्तर पर बैठकों का दौर जारी है,लेकिन क्वारब के पास रहने वाले प्रेम लटवाल ने सरकारी मदद का इंतजार नहीं किया और ना ही अपने हुनर को अमली जामा पहनाने में देर ही की। आज छोटी ही सही उनकी अपनी यूनिट चप्पलों का निर्माण कर रही है। स्थानीय स्तर पर इन हवाई चप्पलों की काफी मांग भी हो रही है। कोरोना संक्रमण के चलते शुरु हुए लाँक डाउन के चलते पहाड़ी जिलों में हजारों की संख्या में प्रवासी अपने घरों को लौटे है। अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

प्रेम सिंह और उनके भाई जीवन सिंह इस यूनिट का संचालन करते हैं। प्रेम ने बताया कि अभी वह प्रतिदिन 40 से 50 जोड़ी चप्पल बना रहे हैं। हालांकि मांग बढ़ने पर इस संख्या को आसानी से बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए पूरा कच्चा माल फिलहाल दिल्ली से आ रहा है। रबर शीट भी दिल्ली से ही मंगाई जा रही है। कोरोना संक्रमण के चलते शुरु हुए लाँक डाउन के चलते पहाड़ी जिलों में हजारों की संख्या में प्रवासी अपने घरों को लौटे है। अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

प्रति जोड़ी मामूली सा मार्जिन भी रखा जाय तो एक व्यक्ति प्रतिदिन सम्मानजनक ​रकम कमा सकता है। जीवन सिंह ने बताया कि फिलहाल बड़े स्तर पर मार्केटिंग अभी शुरु ही नहीं की है लेकिन स्थानीय स्तर पर उनके यूनिट के चप्पलों की मांग काफी है। उन्होंने एक कमरे में मैनुवल मशीन की व्यवस्था की है। कोरोना संक्रमण के चलते शुरु हुए लाँक डाउन के चलते पहाड़ी जिलों में हजारों की संख्या में प्रवासी अपने घरों को लौटे है। अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

यहीं दोनों इस कार्य को करते हैं। प्रेम सिंह ने बताया कि हर साइज के सांचे (मॉल्ड) उनके पास हैं। इस इकाई में लेडीज, जेंट्स और किड्स हवाई चप्प्ल बनाए जा रहे हैं। लेडीज साईज में फिलहाल, और छह तथा जेंट्स साइज में 4, 5,6,7,8 साइज के चप्पलें बनाई जा रही है। इस यूनिट की मशीनरी खरीद में उन्हें अपने स्तर से करीब 85 हजार रुपये खर्च किए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते शुरु हुए लाँक डाउन के चलते पहाड़ी जिलों में हजारों की संख्या में प्रवासी अपने घरों को लौटे है। अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

अल्मोड़ा में प्रवासी की पहल

डोबा क्षेत्र के बीड़ीसी मेंम्बर गोपाल गुरुरानी भी प्रेम के इस कार्य से खुश हैं और कहा कि स्थानीय गांवों पर भी लोग यही से खरीददारी करेंगे। स्थानीय स्तर पर प्रेम के काम की खूब सराहना हो रही है, उन्होंने कहा कि लुक और स्टाइल में लटवाल के चप्पल नामी कंपनियों के चप्पलों को मात दे रहे हैं यदि शासन प्रशासन स्तर से मदद मिले तो वह अपने इस कार्य को आगे बढ़ाने के साथ ही कई को रोजगार भी दे सकते हैं।

बताते चले कि मैदानी क्षेत्रों में जाकर कई घंटे काम करने के बाद भी श्रमिकों को काफी कम पैसा मिलता है और बाहर जाकर पैसा बचाना इस दौर में काफी मुश्किल है। अगर मैदान में काम सीखकर स्थानीय स्तर पर ही स्वरोजगार करेंगे तो इसके अच्छा मुनाफा भी कमायेंगे और लोगों को भी सस्ते में सामान मिलेगा।

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ट्रांसपोर्ट और बिचौलियों से भी पहाड़ के लोगों को निजात मिलेगी। प्रेम सिंह को भी यदि सरकारी मदद मिले तो वह अपने कार्य को अपनी इच्छाअनुसार काफी बढ़ा सकते हैं। प्रेम के कार्य को पूरे क्षेत्र में सराहना मिल रही है। कई लोग अपने आर्डर यहां दे रहे हैं। यदि आप इस संबंध में प्रेम सिंह या जीवन सिंह से संपर्क करना चाहते हैं तो उनके मोबाइल नंबर— 9456102923 पर संपर्क कर सकते हैं।

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