किडनी (किडनी) शरीर का एक आवश्यक अंग है। शरीर में इसका कार्य आपके खून से गंदगी, पानी और अन्य गंदगी को फिल्टर करना है। गुर्दे यानि किडनी इन गंदे पदार्थों को मूत्र के माध्यम से बाहर निकालने का काम करते हैं। शरीर में दो गुर्दे होते हैं, और कहा जाता है कि एक गुर्दा स्वस्थ जीवन जी सकता हैं।
किडनी शरीर को हड्डियों के निर्माण में मदद करता है और मांसपेशियों के कार्य में सुधार के लिए कैल्शियम को अवशोषित करता है। किडनी (Kidney) यह शरीर का एक अभिन्न अंग है। शरीर में इसका कार्य आपके रक्त से गंदे पदार्थों के साथ-साथ पानी और अन्य अशुद्धियों को छानना है। गुर्दे इन गंदे पदार्थों को मूत्र के माध्यम से निकालने का कार्य करते हैं। शरीर में दो किडनी होती हैं। लेकिन दोनों किडनी के खराब होने से जानलेवा समस्याएं हो सकती हैं।
इसके अलावा, गुर्दे का कार्य शरीर में पीएच,नमक और पोटेशियम के स्तर को नियंत्रित करना है। गुर्दे विटामिन डी के एक रूप को सक्रिय करने के लिए जिम्मेदार होते हैं जो शरीर को हड्डियों के निर्माण और मांसपेशियों के कार्य में सुधार करने के लिए कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है।
हाइड्रेंट रहें और सोडियम और नमक आदि का कम सेवन करें
किडनी की बीमारियों से बचने के लिए पर्याप्त् मात्रा में पानी का सेवन करें और अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों और खराब खाने की आदत छोड़ दे। क्योंकि यह गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकते हैं। किडनी की बीमारी का इलाज करा रहे लोगों के लिए घर का बना खाना ही सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है।
आज हम आपको बताते हैं ऐसी ही कुछ सब्जियों के बारे में जो किडनी में , जो किडनियों में जमा गंदे पदार्थों को बाहर निकालकर उन्हें स्वस्थ और मजबूत बना सकती हैं।
पालक
पालक की पत्तेदार हरी सब्जी विटामिन ए, सी, के और फोलिक एसिड का एक बेहतरीन सोर्स होती है। यह बात विभिन्न शोधों से पता चली है कि अगर आप पालक का नियमित सेवन करते है तो इससे किडनी में जमा गंदगी को बाहर निकालने और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद मिलती है और किडनी की बीमारियों से भी बचा जा सकता है।
लाल शिमला मिर्च
लाल शिमला मिर्च में पोटेशियम की मात्रा कम होती है। यह विटामिन सी से भरपूर तो होती ही है साथ ही विटामिन ए और बीटा-6 ,फोलिक एसिड और फाइबर इसमें प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। लाल शिमला मिर्च में एक एंटीऑक्सिडेंट लाइकोपीन पाया जाता, यह कुछ प्रकार के कैंसर से भी बचाव करता है।
प्याज
प्याज में क्वेरसेटिनफ्लेवोनोइड्स होता है,इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाये जाते है। इसमें पोटेशियम की मात्रा कम होती है। इसमें मौजूद क्रोमियम फैट,प्रोटीनऔर कार्बोहाइडेट को पचाने में मदद करते है।
केल
केल आपकी किडनियों के लिए एक बेहतर सब्जी है क्योंकि यह कम पोटेशियम वाला भोजन है। अलग—अलग अध्ययनों से पता चला है कि केल में विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम और अन्य मिनरल भरपूर मात्रा में पाएं जाते है जो कि किडनी को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करते है।
लहसुन
मूत्रवर्धक गुणों के कारण किडनी के लिए लहसुन को सेवन बेहतर होता है। लहसुन को एंटीऑक्सीडेंट का पावरहाउस कहते है जो जो कि संक्रमण से लड़कर कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। कई प्रकार के व्यंजनों में इस्तेमाल कर आप किडनी से होने वाले रोग से अपना बचाव कर सकते है।
फूलगोभी
फूलगोभी भी एक ऐसा सुपरफूड होता है जिसमें विटामिन सी, फोलेट और फाइबर प्रचुर मात्रा में मिलता है। इसमें मौजूद विभिन्न यौगिक किडनियों में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार होते है।
पत्ता गोभी
पत्ता गोभी में पाएं जाने वाले फाइटोकेमिकल्स होते हैं,कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों का कारण बनने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते है। इसमें पोटेशियम की कम मात्रा होन से यह किडनी के हिसाब से बेहतर सब्जी मानी जाती है।
शतावरी
कम कैलोरी वाले शतावरी में फाइबर, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई और विटामिन के पाया जाता है। शतावारी के सेवन से किडनियों से विषाक्त पदार्थों और तरल पदार्थ को तेजी से बाहर निकाला जा सकता है। शतावारी को किडनी और मूत्राशय की पथरी को रोकने के लिए भी प्रयोग करना चाहिए।