protest agenst education department in Pithoragarh
विभाग में अर्ह कार्मिकों को पदोन्नति से वंचित रखने और मनमर्जी चलाने का आरोप, 17 जुलाई तक मांगों का समाधान न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी
पिथौरागढ़। शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली के खिलाफ दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत रविवार को भी मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के प्रांगण में उपवास protest रखा गया। समस्या का समाधान न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी गई है।
रविवार को उपवास रखने वालों में एजुकेशन मिनिस्ट्रियल आफिसर्स एसोसिएशन कुमाऊं मंडल के मंडलीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय कुमार पंत और अर्जुन सिंह शामिल थे। कर्मचारी नेताओं ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी के पद पर वर्ष 2004 के शासनादेश का उल्लंघन कर कुल रिक्त पदों के सापेक्ष 100 अर्ह कर्मियों को पदोन्नति से वंचित रखने, इसी वर्ष 30 जून को प्रधान सहायक पद पर कार्मिकों को न तो पदोन्नति पदस्थापना प्रदान करने और न ही वर्तमान कार्यस्थल पर कार्यभार ग्रहण करने की अनुमति प्रदान करने का मुद्दा उठाया।
इसके साथ ही निदेशालय से जारी तीनों सूचियों में मुख्य और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तथा प्रशासनिक अधिकारी की पदस्थापना में वरिष्ठता व दुर्गम की सेवा को आधार बनाने की बजाय मनमर्जी से पदस्थापना किये जाने को विभागीय अधिकारियों की हठधर्मिता बताया।
उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया है कि गढ़वाल मंडल में दो कार्मिकों को उच्च पहुंच के चलते प्रधान सहायक पद से प्रशासनिक अधिकारी पद पर संशोधन किया गया है। इन पदाधिकारियों के समर्थन में उपवास स्थल पर उत्तराखंड फेडरेशन मिनिस्ट्रियल सर्विस एसो. के मंडलीय महामंत्री सौरभ चंद, आफिसर्स एसो. के प्रांतीय उपाध्यक्ष ज्योति पांडेय, जयंत भट्ट, कमलेश उप्रेती, दिनेश उपाध्याय, बलवन सिंह, प्रयाग सिंह, वीरेंद्र परिहार, राजेंद्र राणा, पंकज खोलिया, शैलेष पंत, त्रिभुवन सिंह व कमल किशोर आदि उपस्थित रहे। इससे पूर्व शनिवार को सौरभ चंद व ज्योति पांडेय ने उपवास रखा था।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उनकी मांगों पर 17 जुलाई तक उचित कार्यवाही न होने पर आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है।