कश्मीर में एलओसी के पास बसे गांवों में बीती रात पाकिस्तान की तरफ से भारी गोलाबारी हुई। इस हमले में एक महिला की मौत हो गई। कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। साथ ही कई घरों और संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा है। सबसे ज्यादा नुकसान उरी के लमजाला इलाके में हुआ। जहां एक चलती कार पर गोलियां बरसाई गईं। इस दौरान नरगिस बेगम पत्नी बशीर खान की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कार में सवार एक और महिला बुरी तरह जख्मी हो गई। उसे इलाज के लिए बारामूला के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
बारामूला के स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि तीन लोगों को रात में छर्रे लगे थे। जिसमें एक महिला को अस्पताल लाते वक्त मृत पाया गया। बाकी दो मरीजों को भर्ती किया गया है। दोनों की हालत स्थिर बनी हुई है। लेकिन शरीर के ऊपरी हिस्से में छर्रे लगे हैं।
उधर पुंछ के लोरान मंडी इलाके में भी पाकिस्तान की तरफ से जबरदस्त फायरिंग हुई। जिसमें इबरार मलिक नाम के शख्स की मौत हो गई। वहीं शाहिदा बेगम और वसीम अहमद गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। गोलीबारी में कई घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लोग दहशत में हैं।
जम्मू में बीती रात मिसाइल और ड्रोन अटैक की भी कोशिश की गई। पाकिस्तानी सेना की इस हरकत का जवाब भारतीय रक्षा प्रणाली ने पूरी तरह मुस्तैदी से दिया। मिसाइलों और ड्रोन को समय रहते हवा में ही नष्ट कर दिया गया।
कुपवाड़ा में भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। रातभर चली फायरिंग के बाद कई लोग बंकरों में छिपे रहे। चौकीबल, टंडगर, उरी और करनाह जैसे कई गांवों में लोग पूरी रात जागते रहे। गांवों में कई मकान तबाह हो गए हैं। टंडगर गांव के लोगों ने बताया कि धमाकों की आवाजें इतनी तेज थीं कि घरों की दीवारें तक हिलने लगीं।
हाजीनार गांव के प्रधान मोहम्मद जाफर लोन ने बताया कि गोलीबारी तड़के करीब साढ़े पांच बजे थमी। तब जाकर उन्होंने बाहर निकलकर गांव का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि सिर्फ उनके गांव में ही 20 से ज्यादा मकान टूट चुके हैं।
कई ग्रामीणों ने डर के माहौल में गांव छोड़ने का मन बना लिया है। कुछ लोग पहले ही अपने बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित जगहों की तरफ रवाना कर चुके हैं। वहीं करीब 200 से ज्यादा लोग अब भी एक सामुदायिक बंकर में ठंड में छिपे हुए हैं।
गुरेज घाटी इस बार चुपचाप रही। लेकिन सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों के मन में खौफ साफ नजर आ रहा है। पिछले तीन दिनों से लगातार चल रही पाकिस्तान की गोलाबारी से जम्मू-कश्मीर में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। यह फायरिंग भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई एयरस्ट्राइक के जवाब में की जा रही है। जो कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद अंजाम दी गई थी। उस हमले में 25 पर्यटक और एक टट्टू संचालक मारा गया था।