कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। हमले में 26 लोगों की मौत हो गई और कई पर्यटक घायल हुए हैं। यह हमला उस समय हुआ जब उत्तराखंड सूचना विभाग में ज्वाइंट डायरेक्टर केएस चौहान अपने परिवार के साथ कश्मीर यात्रा पर थे। चौहान ने इस हमले के दौरान अपने अनुभव को साझा किया, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया।
केएस चौहान, जो 19 अप्रैल से कश्मीर के विभिन्न इलाकों की यात्रा कर रहे थे, ने बताया कि 22 अप्रैल को जब वे पहलगाम पहुंचे, तो जिस स्थान पर यह आतंकी हमला हुआ, वहां जाने ही वाले थे। उसी वक्त उन्होंने आसमान में उड़ते हेलीकॉप्टर और सेना की हलचल को देखा और यह समझ गए कि इलाके में कुछ बड़ी घटना हुई है। कुछ देर बाद उन्हें यह जानकारी मिली कि आतंकवादियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की है।
चौहान ने कहा कि कश्मीर के दृश्य, जो पहले बेहद खूबसूरत लग रहे थे, अब एक ही पल में भयावह हो गए। पहलगाम, जो पर्यटकों से भरा हुआ था, अचानक सुनसान हो गया। उन्होंने और उनके परिवार ने होटल लौटने का निर्णय लिया और पूरी रात जागते रहे। होटल में कुल 150 से अधिक पर्यटक रुके हुए थे, और कोई भी व्यक्ति रात को सोने का साहस नहीं कर पाया। डिनर की व्यवस्था की गई थी, लेकिन कोई भी डिनर टेबल तक नहीं पहुंचा। कुछ लोगों ने कमरे में खाना मंगवाया, जबकि कुछ भूखे ही सो गए।
सुबह होते ही, होटल में सेना की गाड़ियों का आना-जाना बढ़ गया। जब चौहान और उनका परिवार होटल से चेकआउट करके पहलगाम छोड़ने लगे, तो पूरा इलाका खाली हो चुका था। स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद यह जानकारी मिली कि आतंकी हमले के कारण पर्यटन पर गहरा असर पड़ा है। होटल की बुकिंग कैंसिल हो रही हैं और अब लोग इस इलाके में आने से डर रहे हैं।
श्रीनगर की तरफ जाते हुए चौहान ने देखा कि पूरे रास्ते में सेना की गाड़ियां और सुरक्षा बलों की हलचल थी, और कोई भी पर्यटक आसपास के इलाकों का आनंद लेने के लिए नहीं रुक रहा था। फिलहाल, चौहान का परिवार पूरी तरह से सुरक्षित है और वे अब श्रीनगर से देहरादून के लिए रवाना हो रहे हैं।