ऑपरेशन सिंदूर : शादी के दो महीने बाद आतंक ने छीना हमसफर, अब ऐशन्या बोलीं– मेरे सिंदूर का हिसाब पूरा हुआ

Advertisements Advertisements पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक के बाद कानपुर के शुभम द्विवेदी के परिवार में एक अजीब सी शांति है। पहलगाम में आतंकी…

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पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक के बाद कानपुर के शुभम द्विवेदी के परिवार में एक अजीब सी शांति है। पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए शुभम की पत्नी ऐशन्या ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे सिंदूर का बदला लिया है। उनका कहना था कि जो दर्द उन्होंने झेला है वही दर्द उन औरतों ने भी सहा है जिनके पति उस हमले में मारे गए। उन्हें तसल्ली है कि अब आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमें हमारी सेना पर नाज़ है और प्रधानमंत्री पर भी।

शुभम की पत्नी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं है ये उन तमाम औरतों की आवाज है जिनका घर उजड़ गया। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हुआ है वो पूरे देश के मन की बात थी। उन्हें पहले से यकीन था कि सरकार जवाब देगी और आज उस यकीन को सुकून मिला है। ऐशन्या ने कहा कि आतंकियों को कहीं भी छिपने नहीं देना चाहिए। उन्हें ढूंढ कर खत्म करना जरूरी है। उन्होंने दो टूक कहा कि लड़ाई किसी देश से नहीं बल्कि आतंक से है। भारत ने जो किया वो हर उस महिला की तरफ से था जिसका सिंदूर उजड़ा।

कानपुर में रहने वाले शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने भी अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के हमेशा आभारी रहेंगे। उनके बेटे की शहादत का बदला लिया गया है और यह सिर्फ उनके बेटे के लिए नहीं बल्कि उन सभी बाइस निर्दोष लोगों के लिए है जो उस हमले में मारे गए थे। उनकी आंखों में आंसू थे मगर आवाज में ताकत और गर्व झलक रहा था। उनका कहना था कि अब भरोसा हो गया है कि शुभम की शहादत बेकार नहीं गई। देश ने आतंकियों को साफ संदेश दे दिया है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा और जवाब उन्हीं की भाषा में देगा।

शुभम द्विवेदी अपनी पत्नी ऐशन्या के साथ शादी के दो महीने बाद कश्मीर घूमने गए थे। बाईस अप्रैल को पहलगाम की बसीरन घाटी में उन पर हमला हुआ। आतंकियों ने ऐशन्या के सामने ही शुभम को गोली मार दी थी। इसके बाद शुभम का पार्थिव शरीर कानपुर लाया गया और उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।