shishu-mandir

न पैसे की बर्बादी न प्रचार का शोर: ग्रामीणों ने निर्विरोध चुना प्रधान, हवालबाग के बर्शिमी व चौना गांव में निर्विरोध प्रधान बनाकर ग्रामीणों ने पेश की नजीर

Newsdesk Uttranews
3 Min Read
Screenshot-5

अल्मोड़ा।​ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है जहां ग्राम प्रधान का चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी इन दिनों हर तरह का तिकड़म आजमा रहे है वही, हवालबाग ब्लाक के लोधिया बर्शिमी तथा चौरा गांव में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से निर्विरोध प्रधान बनाकर मिशाल पेश की है।
जिला मुख्यालय से महज कुछ दूरी पर बसा हुआ बर्शिमी गांव में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने के लिए जहां हर पंचायत चुनाव में मारामारी रहती थी वही, इस बार ग्रामीणों ने समझदारी दिखाते हुए गांव से ममता रावत के हाथ में प्रधान पद की बागडोर सौंपी है। ग्रामीणों के इस कदम से जहां प्रत्याशियों का धन बर्बाद होने से बच गया वहींं, ग्रामीणों को प्रचार के शोरगुल, आपसी रंजिश और झगड़ा फसाद से मुक्ति मिलेगी। बीते दिनों गांव में हुई आम बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। इधर निर्विरोध ग्राम प्रधान बनने के बाद ममता रावत ने सभी ग्रामीणों को आभार व्यक्त किया है। ममता ने कहा कि जिन उम्मीदों के साथ ग्रामीणों ने उन्हें
प्रधान पद की बागडोर सौंपी है वह उन पर खरा उतरने प्रयास करेंगी। गांव को नई बुलंदियों पर ले जाने का भरसक प्रयास रहेगा। इससे पहले ममता के ससुर गोपाल सिंह रावत प्रधान के रूप में गांव की सेवा कर चुके है साथ ही ममता के पति हरीश रावत के एक सामाजिक कार्यकर्ता है।
इधर ब्लाक के दौलाघट क्षेत्र के चौना गांव में गांव में पहली बार गंगा खोलिया पत्नी जगजीवन सिंह खोलिया को निर्विरोध ग्राम प्रधान बनाया है। सभी ग्रामवासियों ने सहभागिता और एकजुटता दिखाते हुए यह कदम उठाया। नवनिर्वाचित गंगा खोलिया ने कहा कि उनकी प्राथमिकता गांव का विकास है जिसको लेकर वह दिन रात कार्य करेंगी। गंगा खोलिया के निर्विरोध प्रधान बनने पर कोऑपरेटिव बैंक के पूर्व डायरेक्टर और हवालबाग ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोपाल सिंह खोलिया और समस्त क्षेत्रवासियों ने हर्ष जताया है। इस मौके पर पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुशीला खोलिया, नारायण राम आर्य, महेंद्र खोलिया, जीवन खोलिया, अशोक जोशी,पान सिंह बिष्ट, सुंदर खोलिया, दलीप भंडारी, अर्जुन खोलिया, दीपांशु सिंह, अभिषेक खोलिया, नीरज बोरा आदि लोग मौजूद थे।

new-modern
gyan-vigyan