बदायूं में मुंडन संस्कार के बाद ढोल मंजीरे और भजन गाते हुए परिवार लौट रहा था। तभी मुस्लिम युवकों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। देर शाम दर्जनों हमलावरों ने सड़क पर आड़ी तिरछी बाइक लगा ली और हिंदू परिवार की ट्रैक्टर ट्राली को घेर लिया।
इसके बाद सभी को लाठी, डंडे व लोहे की रोड से खूब पीटा। महिलाओं से अभद्रता भी की। उनके आभूषण भी लूट लिए गए।
इस हमले में 30 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि हमलावरों के भागने के बाद वहां पुलिस आई। देर रात पीड़ित पक्ष में प्रधान समेत 10 को नामजद करते हुए तहरीर दी। पुलिस ने देर रात तीन आरोपितों को पकड़ लिया है।
अलापुर में ट्रैक्टर-ट्रॉली सवार लोगाें से मारपीट के बाद पहुंची पुलिस।
गांव सिमरिया निवासी अंकित के बेटे का मुंडन संस्कार था। शाम को सैंजरी के शिव मंदिर में मुंडन के बाद अंकित, उनका परिवार व रिश्तेदार ट्रैक्टर-ट्रॉली से गांव लौट रहे थे।
उन्होंने बताया कि महिलाएं ढोलक बजाकर भजन भी गा रही थी। इसी बीच मुस्लिम भीड़ गांव के चौराहे पर ढोलक और मंजीरे की आवाज सुनकर आ गए। वह अपशब्द कहते हुए आगे निकल गए। कुछ दूर बढ़ते ही देखा कि कई मुस्लिम युवक सड़क पर बाइकें आड़ी-तिरछी किए खड़े थे।
उन्हें देखकर चालक ने ट्रैक्टर रोक दिया इतने में सभी ने उन पर हमला कर दिया। वे सभी ट्रॉली में घुसकर मारपीट करने लगे विरोध करने पर हमलावरों ने गांव से अपनी कई अन्य साथियों को बुला लिया।
लाठी डंडे से किरण, अंकित, कविता, उर्मिला समेत 30 लोगों को मारा जिसमें सभी बुरी तरह घायल हो गए।
आरोप है कि काफी देर बाद थाना प्रभारी उदयवीर सिंह पहुंचे। तब तक आरोपित भाग चुके थे।
बाद में एसडीएम सदर मोहित कुमार और सीओ केके तिवारी कई थानों की फोर्स लेकर पहुंचे। घटनाक्रम की जानकारी के लिए एसएसपी को भी फोन लगाया, मगर उनका नंबर नहीं लगा।
अंकित का आरोप है कि ढोलक बजाने एवं भजन आदि गाने पर दूसरे संप्रदाय के युवक हमलावर हुए थे। इसमें प्रधान ने गांव के अन्य लोगों को उकसाया था।