कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश गुप्ता की हत्या के मामले में नए खुलासे सामने आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, ओम प्रकाश की पत्नी पल्लवी ने हत्या से पहले उनके चेहरे पर लाल मिर्ची पाउडर फेंका था, जिससे वह जलन महसूस करने लगे थे। इसके बाद पल्लवी ने उन पर धारदार चाकू से कई बार वार किए, जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस जघन्य हत्या के आरोप में पल्लवी को गिरफ्तार कर लिया गया है, और उसे अब मजिस्ट्रेटी अदालत में पेश किया जाएगा। मामले की जांच को अब बेंगलुरु के सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) के हवाले किया गया है।
पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई ओम प्रकाश के बेटे कार्तिकेश द्वारा दी गई शिकायत के बाद की गई। कार्तिकेश ने बताया कि उनकी मां और बहन अक्सर उनके पिता के साथ झगड़ा करती थीं, और कुछ समय से उनकी मां ने अपने पति को जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस कारण ओम प्रकाश अपने घर से बाहर अपनी बहन के घर रहने गए थे। कार्तिकेश ने यह भी बताया कि उनकी मां मानसिक रूप से बीमार हैं और नियमित रूप से दवाइयां लेती हैं, जबकि उनकी बहन अवसाद से जूझ रही है।
20 अप्रैल को, जब कार्तिकेश कर्नाटक गोल्फ एसोसिएशन में थे, उन्हें अपने पड़ोसी श्रीधरन से फोन कॉल के जरिए अपने पिता की हत्या के बारे में जानकारी मिली। जब वह घर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि उनके पिता का शव खून से सना हुआ था और पास में एक चाकू तथा टूटी हुई बोतल पड़ी थी। पुलिस और अन्य लोग मौके पर पहुंच चुके थे।
कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वरा ने ओम प्रकाश को एक महान व्यक्ति और अच्छे अफसर के रूप में याद किया। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद बेंगलुरु के विल्सन गार्डन क्रिमिनेशन ग्राउंड में राजकीय सम्मान के साथ किया गया, जहां उनके बेटे कार्तिकेश ने उन्हें मुखाग्नि दी।