लोकसभा चुनाव : जाने पहले चरण के मतदान में वोटरो में कहां दिखा जोश और कहां दिखा ठंडा मिजाज,जानिए पहले दिन की वोटिंग का पूरा हाल

Smriti Nigam
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लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है। यूपी उत्तराखंड से लेकर पश्चिम बंगाल बिहार और तमिलनाडु में काफी बंपर वोटिंग देखने को मिली। ऐसे में आखिर इस बंपर वोटिंग का क्या मतलब है? इस बंपर वोटिंग से एनडीए को क्या फायदा मिलने वाला है?

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लोकसभा चुनाव में शुक्रवार को पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है और देश के 21 राज्यों में 102 सीटों पर वह डाले गए। वोटिंग शुरू होने के बाद पश्चिम बंगाल त्रिपुरा से लेकर मेघालय तक में वोटिंग देखने को मिली। वहीं यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश में भी वोटरों के अंदर जोश देखने को मिला। पहले चरण में पश्चिम बंगाल में चार यूपी में 8 और बिहार में चार सीटों पर वोट डाले गए। इसके अलावा तमिलनाडु (39) और उत्तराखंड (5 सीट) की सभी सीटों पर वोटिंग हुई है। अब सवाल है कि बंपर वोटिंग से किसे फायदा होगा।

किस राज्य में कितने प्रतिशत वोट (रात 9 बजे तक)

त्रिपुरा 80.17%
पश्चिम बंगाल 77.57%
मेघालय 74.21%
मध्य प्रदेश 64.77%
तमिलनाडु 65.19%
यूपी 58.49%
बिहार 48.50%
उत्तराखंड 54.06%
जम्मू-कश्मीर 65.08%
राजस्थान 56.58%
छत्तीसगढ़ 63.41%
असम 70.10%
पुडुचेरी 73.50%
अरुणाचल 67.15%
नगालैंड 56.91%
मिजोरम 54.23%
सिक्किम 69.47%
मणिपुर 69.13%
अंडमान निकोबार 56.87%
लक्षद्वीप 59.02%
महाराष्ट्र 55.35%
बिहार में कितनी वोटिंग (शाम 5 बजे तक)
संसदीय क्षेत्र वोटिंग
औरंगाबाद 49.95%
गया 48.54%
नवादा 40.02%
जमुई 47.09%

यूपी में किस सीट पर कितनी वोटिंग (शाम 5 बजे तक)

संसदीय क्षेत्र वोटिंग
बिजनौर 54.68%
मुरादाबाद 57.65%
कैराना 58.68%
मुजफ्फरनगर 54.91%
नगीना 58.05%
सहारनपुर 63.29%
रामपुर 52.42%
पीलीभीत 60.23%

उत्तराखंड में किस सीट पर कितने वोट (शाम 5 बजे तक)

नैनीताल 59.36%
हरिद्वार 59.01%
अल्मोड़ा 44.43%
टिहरी 51.01 %
गढ़वाल48.79 %

बंपर वोटिंग से किसे फायदा

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में बंपर वोटिंग से किसे फायदा होगा। राजनीति के अनुसार आमतौर पर अधिक वोटिंग या वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को सत्ता पक्ष के खिलाफ  जनाक्रोश के रूप में देखा जाता है। कहा जाता है कि मौजूदा सरकार को बदलने के लिए अधिक वोट डाले जाते हैं। अधिक वोटिंग प्रतिशत को सरकार का पर्याय भी माना जाता है। हालांकि चुनाव में यह ट्रेंड अब बदल चुका है।

यदि लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 को देखा जाए तो अधिक वोटिंग प्रतिशत के बावजूद केंद्र में एनडीए की  सत्ता में वापसी हुई है। 2014 के 66.4 फीसदी के मुकाबले 2019 में 67.3 फीसदी वोट पड़े थे। इसके बावजूद केंद्र में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई थी। हालांकि, यदि 2009 के वोटिंग प्रतिशत की तुलना करें तो 2014 में अधिक वोटिंग से सत्ता में बदलाव हुआ। 2014 में 2009 के 58.2 फीसदी के मुकाबले 66.4% वोट पड़े थे।