अहमदाबाद में हुआ विमान हादसा केवल एक तकनीकी त्रासदी नहीं। बल्कि सैकड़ों सपनों की मौत थी। गुजरात के सांबरकांठा जिले के सुरेश खटीक की बेटी पायल भी उसी फ्लाइट में सवार थी। पायल का सपना था लंदन में पढ़ाई करने का। पिता ने लोडिंग रिक्शा चलाकर और कर्ज लेकर उसकी पढ़ाई का इंतजाम किया था। लेकिन फ्लाइट लंदन नहीं पहुंची। रास्ते में हादसा हुआ और पायल की मौत हो गई।
पायल खुद भी मेहनत करती थी। बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थी। घर के खर्च में हाथ बंटाती थी। वह एमटेक करना चाहती थी। पिता ने कई लोगों से मदद मांगी थी। ताकि बेटी की पढ़ाई पूरी हो सके। हादसे वाले दिन उन्होंने बेटी को विदा किया। पायल ने फ्लाइट में बैठकर वीडियो कॉल किया था। लेकिन थोड़ी ही देर में खबर आई कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।
परिवार ने तुरंत अहमदाबाद पहुंचकर डीएनए सैंपल दिए। रिश्तेदार अशोक खटीक बताते हैं कि सुरेश की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। लेकिन उन्होंने बेटी का सपना टूटने नहीं दिया। खुद पर बोझ लेकर उसे लंदन भेजने की तैयारी की थी।
इसी विमान में मेहसाणा के संकेत गोस्वामी भी थे। वह भी लंदन पढ़ने जा रहे थे। उनके परिजनों ने बताया कि संकेत बहुत भावुक और पढ़ाई को लेकर गंभीर था। उसकी एक छोटी बहन भी है। परिवार उसे बहुत उम्मीदों से विदा करने गया था। लेकिन अब घर में मातम पसरा है।
अहमदाबाद बीजे मेडिकल कॉलेज के यूजी मेस में काम करने वाले ठाकुर रवि की मां और दो साल की बेटी भी लापता हैं। रवि ने बताया कि उनकी मां सरलाबेन और बेटी अद्यारवी हादसे के वक्त उसी विमान में थीं। वह और उनकी पत्नी भी मेस में काम करते हैं। पूरा परिवार मिलकर घर चलाता था। अब उनकी आंखों में सिर्फ आंसू और इंतजार है।