तलवों में जलन महसूस हो रही है तो सतर्क हो जाएं, ये संकेत किसी बड़ी बीमारी का हो सकता है

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जैसे ही गर्मी का असर बढ़ता है। वैसे ही शरीर भी अपने ढंग से इसका जवाब देने लगता है। कभी बाहर की तेज़ धूप। तो कभी अंदर की घुटन भरी गर्मी। मिलकर शरीर को थका देने लगती है। ऐसी ही एक दिक्कत है पैरों के तलवों में जलन। जो धीरे धीरे बढ़ती है। और रात को तो और ज्यादा परेशान करने लगती है।

अगर यह परेशानी कभी कभार हो। तो चलो मान लिया जाए कि दिन भर की थकावट या मौसम की वजह से है। लेकिन अगर ये रोज हो। और नींद में भी खलल डालने लगे। तो इसे हल्के में लेना बड़ी गलती हो सकती है।

ये जो लगातार जलन होती है तलवों में। जिसे रात के समय और ज्यादा महसूस किया जाता है। वही एक खास समस्या है। जिसे बर्निंग फीट सिंड्रोम कहा जाता है। ये बीमारी अब आम हो गई है। पहले बुजुर्गों में दिखती थी। मगर अब नौजवानों को भी इसकी शिकायत होने लगी है।

इसमें शुरूआत में सिर्फ हल्की जलन होती है। फिर धीरे धीरे चुभन झुनझुनी और भारीपन बढ़ने लगता है। कुछ लोगों को तो ऐसा लगता है जैसे तलवे जल रहे हों। और नींद लेना भी मुश्किल हो जाता है।

इसका सबसे बड़ा कारण अगर देखा जाए। तो वो है डायबिटीज। जिन लोगों को शुगर की बीमारी है। उनके पैरों की नसें कमजोर होने लगती हैं। जिससे जलन और सुन्नपन महसूस होता है। इसके अलावा कई बार शरीर में जरूरी विटामिन की कमी। खासकर बी बारह बी छह और फोलेट की कमी भी इसका कारण बनती है।

कई बार फंगल इन्फेक्शन की वजह से भी तलवों में जलन होने लगती है। एथलीट फुट नाम की बीमारी में खुजली और जलन दोनों होती है। और अगर महिला है। तो मेनोपॉज या प्रेग्नेंसी में हार्मोन बदलते हैं। जिससे शरीर का तापमान बढ़ता है। और तलवों में जलन ज्यादा महसूस होती है।

अगर यह परेशानी रोज हो रही है। तो उसे नजरअंदाज करना नुकसानदेह हो सकता है। राहत के लिए कुछ घरेलू उपाय किए जा सकते हैं। जैसे रात को पैरों को ठंडे पानी में डुबो देना। जिससे नसों को आराम मिलता है। और जलन थोड़ी कम होती है।

अगर किसी को लगता है कि शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी है। तो डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लीमेंट लेना शुरू किया जा सकता है। लेकिन जब तक सही वजह पता न हो जाए। तब तक खुद इलाज करने से बचें। क्योंकि कभी कभी यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।