अगर आप भी पी रहे हैं प्लास्टिक की बोतल में पानी तो हो जाए सतर्क, वरना बढ़ जाएगा हार्ट अटैक का रिस्क

आज के समय में प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल बेहद आम हो गया है। चाहे घर हो या ऑफिस हो यात्रा के दौरान अधिकतर लोग…

आज के समय में प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल बेहद आम हो गया है। चाहे घर हो या ऑफिस हो यात्रा के दौरान अधिकतर लोग बोतल से पानी पीना ही आसान और सुविधाजनक समझते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्लास्टिक की बोतल में पानी पीना आपके दिल के लिए खतरा है।


हाल ही में एक रिसर्च में पाया गया की प्लास्टिक की बोतल में मौजूद कुछ खतरनाक केमिकल शरीर में जाकर हार्ट अटैक और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा देते हैं।


प्लास्टिक बोतल में BPA और फथलेट्स होते हैं, जो शरीर के प्राकृतिक हार्मोन को प्रभावित करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर असामान्य हो सकता है, जो हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण है।

इसके अलावा प्लास्टिक के केमिकल्स के कारण शरीर में सूजन भी बढ़ जाती है और धामनिया सिकुड़ जाती है जिससे ब्लड शरीर में बाधित होता है और हार्ट अटैक का कारण बनता है।


कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि BPA के संपर्क में आने से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ सकता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर घट सकता है, जो हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ाता है।


इतना ही नहीं, प्लास्टिक में मौजूद केमिकल शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा बढ़ाते हैं, जिससे सेल्स डैमेज होती हैं और दिल पर बुरा असर पड़ता है।
पानी पीने के लिए प्लास्टिक की जगह कांच या स्टेनलेस स्टील की बोतलों का इस्तेमाल करना चाहिए।

अगर आप प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो बीपीए फ्री बोतल खरीदें और उनके लेवल की जांच जरुर करें।
बार-बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक बोतल समय के साथ और खतरनाक हो जाती है। इसलिए उनका उपयोग न करें।
प्लास्टिक बोतल में गर्म पानी भरने या बोतल को धूप में रखने से केमिकल एक्टिव हो जाता है। इससे बचना चाहिए।
घर से बाहर निकलने से पहले अपने साथ पानी की स्टील या कांच की बोतल साथ ले जाएं, ताकि आपको बाहर के प्लास्टिक के बोतल में पानी न पीना पड़े।