शरीर में दर्द अथवा अकड़न होना बहुत सामान्य बात है। कई बार कुछ करते वक़्त अथवा बैठने के गलत तरीके से बैकपेन की परेशानी देखने को मिलती है। जिसे नॉर्मल अभ्यास से ठीक किया जा सकता है। मगर कई बार यह परेशानी बहुत अधिक बढ़ जाती है। जिसके लिए आपको चिकित्सक के नजदीक जाना पड़ता है।
हाल ही में एक घटना सामने आई है जहां बैकपेन की परेशानी के चलते शख्स चिकित्सक के पास गया मगर उसके साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे आप भी सोच में पड़ जाएंगे। दरअसल, एक दिन यह शख्स सोकर उठा तथा उसे अपने पैर में कुछ समस्या महसूस हुई, तत्पश्चात, वह पूरी तरह से लकवाग्रस्त हो गया। आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में।
दरअसल, 46 वर्षीय मार्क बरोज़ कई हफ्तों से बैकपेन की परेशानी का सामना कर रहे थे। परेशानी बहुत अधिक बढ़ने पर एक दिन मार्क चिकित्सक के पास गए। डॉक्टरों ने उन्हें देखा तथा कुछ स्ट्रॉन्ग पेनकिलर्स देकर घर भेज दिया। मार्क टाइल्स लगाने का कार्य करते हैं तथा डॉक्टरों द्वारा पेनकिलर्स देने के पश्चात् मार्क अपने कार्य पर फिर से लौट गए। मगर कुछ हफ्तों के पश्चात् जब मार्क एक दिन सोकर उठे तो वह अपने पैर का उपयोग नहीं कर पा रहे थे। तत्पश्चात, उनके दोनों ही पैरों ने कार्य करना बंद कर दिया तथा वह लकवाग्रस्त हो गए। डॉक्टरों का कहना है कि वह अब दोबारा शायद कभी भी नहीं चल पाएंगे।
वही मार्क का एमआरआई स्कैन किया गया, जिसमें पता चला कि उनकी स्पाइन (रीढ़ की हड्डी) सिकुड़ चुकी थी, जिससे रीढ़ की नसों पर दबाव पड़ता है। स्पाइन में सिकुड़न के शुरुआत में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं तथा बाद में इससे बैकपेन एवं पैरों में दर्द की परेशानी होती है। यदि स्पाइन में सिकुड़न होती है तो इससे शरीर पूर्ण रूप से सुन्न पड़ सकता है तथा स्ट्रोक या लकवा होने की आसार बहुत बढ़ जाते हैं।