shishu-mandir

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरगोविंद पंत की मूर्ति का लोकापर्ण, अल्मोड़ावासियों ने बताया गौरवपूर्ण क्षण, जिला अस्पताल में ​स्थापित प्रतिमा का डिप्टी स्पीकर ने किया लोकापर्ण

Newsdesk Uttranews
6 Min Read
photo-uttranews
dh 1
photo-uttranews
Screenshot-5

अल्मोड़ा। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, कुमाऊॅ की बारडोली सल्ट सत्याग्रह के प्रणेता, भारतीय संविधान सभा के सदस्य उत्तर प्रदेश विधान सभा के उपाध्यक्ष और स्वतंत्रता आन्दोलन के समय पर्वतीय क्षेत्र में अलख जगाने वाले जननायक स्व0 हर गोविन्द पंत की प्रतिमा का लोकापर्ण पं0 हर गोविन्द पंत राजकीय जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने उनकी आदमकद मूर्ति का लोकापर्ण किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जननायक पं0 हरगोविन्द पंत एक ऐसे स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी थे जिन्होंने महात्मा गाॅधी से प्रभावित होकर अपना सर्वस्व देश की स्वतन्त्रता के लिये न्यौछावर कर दिया था। उन्होंने कहा कि पं0 हरगोविन्द पंत ने उत्तराखण्ड की तत्कालीन समस्याओं के निदान हेतु पर्वतीय क्षेत्र के बुद्धिजीवियों को एकत्र कर ”कुमाऊ परिषद” की स्थापना की उनकी अध्यक्षता में ही कुली बेगार बन्द करने का ऐतिहासिक प्रस्ताव 1920 में पारित हुआ। उपाध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सामजिक कुरीतियों को दूर करने के लिये नायक प्रथा के उन्मूलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जौनसार भाबर की जनजातियों में सुधारों का सूत्रपात किया तथा मद्यनिषेध समिति की स्थापना की। उन्होंने कहा कि प0 हरगोविन्द पन्त जननायक कहलाते थे। उन्होंने राष्ट्रीय आन्दोलन को गाॅव-गाॅव से जोड़ा था। जननायक के आहवान पर सम्पूर्ण जनपद आन्दोलन में कूद पड़ता था। इसी कारण अल्मोड़ा जनपद में कुली उतार, सालम क्रान्ति, सल्ट, पाली पछाऊ तथा बैरारो घाटी जैसे सफल आन्दोलन हुए।

new-modern
gyan-vigyan
dh2
photo-uttranews


लोकार्पण कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पदमश्री शेखर पाठक ने विस्तार से हरगोविन्द पंत के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया उत्तर प्रदेश की तत्कालीन विधानसभा में सर्वाधिक प्रश्न पूछने वाले स्व0 पंत हुआ करते थे। शेखर पाठक ने उनके कई रोचक राजनैतिक एवं सामाजिक किस्से भी बताये। उन्होंने युवाओं से अपील की वे उनके जीवन से प्रेरणा लें और एक सशक्त समाज को आगे बढ़ाने में भूमिका निभायें। स्व0 पंत ने हमेश निर्बल, असहाय, जात-पात से उठकर समाज के लिए काम किया जिससे प्रभावित होकर तत्कालीन शासन ने उनके नाम से चिकित्सालय खोलने का निर्णय लिया इसी फलस्वरूप आज उनकी मूर्ति का लोकार्पण किया गया ताकि लोग उनसे प्रेरणा ले सके और उनकी याद को चिरस्थीय बना सकें।
इस कार्यक्रम में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रतिभाग कर उन्हें श्रद्धाजली अर्पित की और अपने सम्बोधन में कहा कि स्व0 पंत ने हमेशा उच्च आदर्शों पर चलकर लोगो को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और तत्कालीन समय में उन्होंने क्षेत्रीय नेतृत्व को संभाल कर यहा के क्रान्तिकारी लोगो को राष्ट्रीय आन्दोलन से जोड़ा। इसके अलावा पूर्व विधायक कैलाश एवं मनोज तिवारी ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि जननायक पं0 हरगोविन्द पंत के त्याग व बलिदान को हमेशा याद किया जायेगा। चितई से प्रतिदिन पैदल चलकर अल्मोड़ा में पढ़ने वाले उस छात्र को जो रास्ते में भी पढ़ता रहता था लोग किताबी कीड़ा कहते थे। उनका नाम आज भी राजकीय इण्टर कालेज के सम्मान पट पर अंकित है। उन्होंने कहा कि 1925 से 1929 तक जिला बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अविभाजित जनपद के प्रत्येक विद्यालय का अनेको बार निरीक्षण किया परन्तु कभी भी यात्रा भत्ता नहीं लिया। अपने व्यय से प्रत्येक विद्यालय में लोकमान्य तिलक और गाॅधी जी के चित्र लगवाए। निर्धन छात्रों को सहायता प्रदान की। स्व0 विक्टर मोहन जोशी के सहयोग से शिक्षा के साथ व्यवसायिक योजना के अन्तर्गत प्रत्येक विद्यालय में खादी बुनाई का कार्यक्रम प्रारम्भ किया जो उत्तर प्रदेश में इस प्रकार का प्रथम प्रयोग था।
इस अवसर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल,जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष गोविन्द सिंह पिलख्वाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डे, पूर्व दर्जा मंत्री बिटटू कर्नाटक, भाजपा जिला महामंत्री रवि रौतेला, मोती लाल वर्मा, अशोक पाण्डे, मनोज सनवाल, अख्तर हुसैन, किशन गुरूरानी, आनन्द सिंह बगड़वाल, ललित लटवाल, कैलाश गुरूरानी, केवल सती, अरूण पंत, पी0सी0 तिवारी पुत्रवधू लज्जा पंत, पौत्र आशुतोष पंत, मुख्य चिकित्साधिकारी विनीता शाह, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय डा0 प्रकाश वर्मा, महिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक दीपक गर्ब्याल, ज्ञान तिवारी, आरपी पाण्डे सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सुशील जोशी ने किया। इस कार्यक्रम में अन्त में उनकी पौत्रवधू एवं ग्रीन हिल्स से जुड़ी वसुधा पंत ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में पं0 हरिगोविन्द पंत के पारिवारिक जनों को सम्मानित किया गया।
इधर कार्यक्रम स्थल को अस्पताल परिसर में आयोजित करने और वहां लाउडस्पीकर बजाने पर कई लोगों ने नाराजगी भी जताई। लोगों का कहना था कि न्यायालय के आदेशों का आयोजकों ने अवहेलना की है। सामाजिक कार्यकर्ता आशीष जोशी ने इस बात की शिकायत प्रशासन से करने की बात कही है।

saraswati-bal-vidya-niketan
dh3
photo-uttra news