उत्तराखंड में 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। जिसको लेकर प्रशासन ने व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की, जिसमें सीएम धामी ने यात्रा के दौरान सुरक्षा को मजबूत करने के निर्देश दिए। खासतौर पर धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने की बात कही। साथ ही जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिलों में लगातार निगरानी रखने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा के दौरान फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए और सही जानकारी सार्वजनिक की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किरायेदारों का सत्यापन सही तरीके से कराया जाए और झुग्गी-झोपड़ियों, ठेलों और फड़ पर रहने वालों का भी सत्यापन किया जाए। इसके अलावा, सरकारी दस्तावेजों का गलत तरीके से वितरण करने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात भी की गई।
वनाग्नि की घटनाओं पर भी मुख्यमंत्री ने चिंता जताई और कहा कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही डेंगू पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा। फॉगिंग और जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई गई है।
मुख्यमंत्री ने कैंची धाम के वार्षिकोत्सव को लेकर भी निर्देश दिए, ताकि सड़कें और पार्किंग व्यवस्था ठीक से हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी अपने-अपने कार्यालयों का समय-समय पर निरीक्षण करें, ताकि काम सही तरीके से हो और जनता की समस्याओं का समाधान हो सके।
चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने पर भी ध्यान दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा मार्गों पर स्वच्छता और सौंदर्यीकरण पर जोर दिया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि ओवर रेटिंग की कोई शिकायत ना हो। साथ ही, 10 करोड़ तक के टेंडर स्थानीय ठेकेदारों को दिए जाएं, ताकि स्थानीय लोगों को भी लाभ हो।