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पटना। बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता दिख रहा है। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है वहीं अब तक शराब के कारोबार से जुड़े 126 लोगों को गिरफ्तार किया है और चार हजार लीटर से अधिक अवैध शराब भी जब्त की गई है। बीजेपी इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साध रही है। मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि- जो जहरीली शराब पीएगा, वह मरेगा, मुआवजा किसी को नहीं मिलेगा। कहा कि शराब पर पाबंदी मैंने अपने लिए नहीं, बल्कि प्रदेश की महिलाओं की पीड़ा को सुनने के बाद लगाई थी। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
नीतीश ने कहा कि शराबबंदी से राज्य में कई लोगों की जिंदगी संवर गई। बड़ी संख्या में लोगों की शराब की लत छूट गई। लोगों ने इस फैसले का स्वागत भी किया है, लेकिन कुछ लोग हैं जो बेवजह हंगामा खड़ा कर रहे हैं। नीतीश ने कहा, मैंने अफसरों को बोला है कि वे गरीबों को न पकडें बल्कि शराब बनाने वाले व इसका कारोबार करने वालों को गिरफ्तार करें। सरकार अपना काम शुरू करने के इच्छुक लोगों को एक-एक लाख रुपये देने को भी तैयार है। लेकिन किसी को भी शराब के धंधे में नहीं पड़ना है।