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बग्वाली पोखर मे ऐतिहासिक बग्वाल मेले की तैयारी जोरो पर

Newsdesk Uttranews
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ऐतिहासिक बग्वाल मेले की तैयारियों को लेकर बैठक

आगामी 9 से 11 नवंबर तक आयोजित होना है मेला

बग्वालीपोखर ( अल्मोड़़ा )। बग्वालीपोखर मे दीपावली के भैय्यादूज से लगने वाले मेले की तैयारियो को लेकर बग्वाली मेला समिति ने यहा एक बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया।  रविवार को बग्वालीपोखर के रामलीला मैदान मे आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए मेला समिति सचिव प्रमोद चंद्र जोशी ने अभी तक की पुरानी कार्यवाही के बारे में बताते हुए आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा रखी। मेला समिति संयोजक डॉ संतोष बिष्ट ने समिति द्वारा किये गये कार्यो की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि बग्वाली मेला समिति बग्वालीपोखर बग्वालीपोखर के ऐतिहासिक रामलीला मैदान मे विगत कई वर्षो से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा हैै।  और इस बार भी मेले को भव्य रूप्मे से मनाने का फैसला समिति ने लिया। तय किया गया कि मेले का उद्घाटन 9 नवंबर को प्रात: 11 बजे स्थानीय विधायक महेश नेगी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया जायेगा। मेले मे सासंद केन्द्रीय कपडा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने भी मौजूद रहने पर अपनी सहमति जताई है।
वक्ताओं ने विभिन्न प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियो को भी आमंत्रित करने की बात कही। मेले के दूसरे दिन 10 नवम्बर को पुर्व विधायक मदन सिंह बिष्ट, रानीखेत विधायक करन मेहरा, जागेश्वर के विधायक आदरणीय गोविंद सिंह कुजंवाल , राज्य सभा सासंद प्रदीप टम्टा जी, पूर्व विधायक मनोज तिवारी, पुष्पेश त्रिपाठी आदि को आमंत्रित किया गया है। मेले मे क्षेत्रीय विद्यालयो के नन्हे मुन्हे बच्चो द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे। तथा 9 नवम्बर को गेवाड घाटी सांस्कृतिक कला मंच की सुन्दर प्रस्तुति भी देखने को मिलेगी। 10 नवंबर को बीएनके आर्या प्रजेंट सांस्कृतिक टीम द्वारा ” स्टार डे बग्वाई कौतिक ” कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा।मेले मे विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त व्यक्तियो द्वारा भी प्रतिभाग किया जायेगा। पहाडी कवि श्री शंकर दत्त जोशी जी द्वारा भी कविता पाठ किया जायेगा । बैठक मे समिति के अध्यक्ष सूबेदार मेजर हरी सिंह भंडारी उपाध्यक्ष श्री रमेश नेगी जी सह सचिव, नवीन कठायत, कोषाध्यक्ष विनोद अधिकारी, मीडिया प्रभारी बलवीर भंडारी, व्यवस्थापक कुन्दन भंडारी , हुकुम सिंह भंडारी, अर्जुन नगरकोटी आदि ने बैठक में भागीदारी की।

ऐतिहासिक है बग्वालीपोखर का बग्वाल मेला

प्रमोद जोशी

बग्वालीपोखर ( अल्मोड़ा )। यो तो पहाड मे एक कहावत है कि “दस दशै बीस बग्वाव “  अर्थात देवभूमि मे दस मेले दशहरे के रुप मे और बीस बग्वाल पाषाण युद्ध के तौर पर खेली जाती थी। आज देवीधुरा मे बग्वाल खेली जाती है वह भी फलो से खेली जाती है। इसके अलावा अल्मोड़ा जिले के ताकुला विकासखण्ड के पाटिया गांव में भी आज चार गांवो के लोग बग्वाल खेलते है लेकिन इसे वैसा प्रचार प्रसार नही मिल सका है जो देवीधूरा की बग्वाल को मिलता है। बग्वाली पोखर के पोखर मे जल बग्वाल खेली जाती थी परंतु आज अब बग्वाल तो नही खेली जाती परन्तु मेला जरूर लगता है। सैकड़ो वर्षो से यह मेला स्थानीय लोगों के प्रयासों से अनवरत आयोजित हो रहा है।