कोटद्वार: बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में अदालत ने आज बड़ा फैसला सुनाया है। मुख्य आरोपी पुलकित आर्य समेत तीनों दोषियों को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। लेकिन इस ऐतिहासिक फैसले के बावजूद लोगों के मन में एक सवाल अभी भी जस का तस है—VIP गेस्ट कौन था?
सत्र न्यायालय ने सभी आरोपियों को दोषी करार देते हुए कहा कि अंकिता की हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गई थी। मृतका के माता-पिता और राज्यभर के नागरिकों ने फैसले के बाद संतोष तो जताया, लेकिन VIP गेस्ट के जिक्र तक न होने पर नाराजगी भी जताई।
क्या था मामला:
सितंबर 2022 में अंकिता भंडारी का शव चिल्ला नहर से बरामद हुआ था। वह वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में कार्यरत थी, जो पुलकित आर्य का रिसॉर्ट था। अंकिता के दोस्तों और परिजनों ने यह आरोप लगाया था कि उस पर VIP मेहमानों को ‘विशेष सेवा’ देने का दबाव डाला जा रहा था। इंकार करने पर उसकी हत्या कर दी गई।
जनता का सवाल:
अब जब तीनों आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं, तो जनता और परिजन पूछ रहे हैं — वह वीआईपी कौन था, जिसके लिए अंकिता पर दबाव डाला जा रहा था?
क्या वह व्यक्ति कानून से ऊपर है?
क्या जांच वहीं आकर रुक गई, जहां से असली साजिश शुरू हुई थी?
सरकार और प्रशासन पर सवाल:
इस केस में शुरुआत से ही जिस तरह राजनीतिक और प्रशासनिक हस्तक्षेप की चर्चा होती रही है, वह आज भी लोगों के मन में शक बनाए हुए है।खासकर रिसार्ट में आग लगने और उस पर बुलडोजर चलाए जाने को लेकर लोगों में यह चर्चा थी कि उस कथित वीआईपी की मौजूदगी के निशान को मिटाने के लिए यह सब करवाया गया।