पहलगाम में आतंकी हमले के बाद अब कश्मीरी पंडित आतंकियों के निशाने पर आ गए हैं। बताया जा रहा है कि आतंकवादियों द्वारा रेलवे के बुनियादी ढांचे, कश्मीरी पंडितों और घाटी में काम करने वाले गैर स्थानीय लोगों पर हमले की योजना बनाई जा रही है।
जिसकी सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर आ गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि पहलगाम में हुए हमले के बाद अधिकारियों को इस तरह की सूचनाएं मिली थीं।
अधिकारियों का कहना है कि खुफिया जानकारी से पता चला है कि आतंकवादी आने वाले दिनों में गैर स्थानीय लोगों कश्मीरी पंडितों और सुरक्षा कर्मियों पर हमला करने की योजना बना रहे हैं। वहीं रेलवे का बुनियादी ढांचा एक संवेदनशील लक्ष्य भी बना हुआ है।
क्योंकि घाटी में रेलवे कर्मचारी गैर स्थानीय हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षाकर्मी अक्सर अपनी बैरक से बाहर निकलकर स्थानीय बाजारों में जाते हैं। ऐसा करने से उन्हें मना किया गया।
अधिकारियों का कहना है कि इन कर्मियों को उनकी सुरक्षा करने के लिए तत्काल प्रभाव से ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने की चेतावनी भी दी गई है। स्थानीय लोगों को यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी श्रीनगर और गांदरबल जिलों में कश्मीरी पंडितों और पुलिसकर्मियों पर लक्षित हमले करने की योजना बना रही है।
इससे पहले 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के एक लोकप्रिय पर्यटन क्षेत्र पहलगाम के निकट बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने सैलानियों पर हमला कर दिया। इस हमले में 26 लोग मारे गए। इनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
यह 2019 में पुलवामा हमले के बाद घाटी में यह सबसे घातक हमला था। प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक प्रतिनिधि द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।