बदायूं जिले के सहसवान क्षेत्र के टप्पा जामनी गांव में बुधवार देर रात को आंधी के चलते ट्रांसफॉर्मर से उठी चिंगारी ने देखते ही देखते पूरे गांव के लगभग 200 घरों को अपने चपेट में ले लिया और पूरा गांव राख का ढेर तब्दील हो गया।
एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी। बताया जा रहा है कि गांव के लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई लेकिन एक व्यक्ति इस आग में झुलस कर घायल हो गया और सैकड़ो की संख्या में पालतू पशु जलकर मर गए हैं। झुलसे व्यक्ति को उझानी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
पुलिस और प्रशासन की टीम में मौके पर पहुंची है और राहत बचाव का शुरू किया है। हालांकि दमकल की गाड़ियां जब तक गांव में पहुंची तब तक पूरा गांव राख में तब्दील हो चुका था।
बताया जा रहा है कि तेज आंधी की वजह से यह हादसा हुआ। पुलिस प्रशासन दमकल मेडिकल की सारी टीम और एंबुलेंस घटना स्थल पर पहुंच गई। इस घटना में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई। एक व्यक्ति समान रूप से झुलस गया है।
हालांकि बड़ी संख्या में जानवरों की मौत होने की बात बताई जा रही है। इस नुकसान का जल्द से जल्द मूल्यांकन किया जाएगा और प्रभावित लोगों को मुआवजा भी दिया जाएगा जिन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें भी मदद दी जाएगी।
दिल्ली-एनसीआर में इस तूफान की वजह से कम से कम आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई। हादसों में दिल्ली में दो, गाजियाबाद में तीन और नोएडा में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
इस दौरान पालम में हवा की रफ्तार 72 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई, जबकि सफदरजंग में 79 किलोमीटर प्रति घंटा। आंधी थमने के बाद दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में हर जगह तबाही का मंजर देखने को मिला।