प्राथमिक विद्यालय गोगना का है मामला (Education system)
पिथौरागढ़ सहयोगी, 06 मार्च 2020 पहाड़ में सरकारी शिक्षा व्यवस्था (Education system) का हाल काफी बुरा है। ताजा मामला पिथौरागढ़ के बिण ब्लाक के एक प्राथमिक विद्यालय का है जहां बिना अवकाश के पिछले दो दिन तक ताले लटके रहने का मामला सामने आया है। मामले में विभागीय अफसरों द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है।
दरअसल बिण ब्लाक के राप्रावि गोगना में बीते 4 व 5 मार्च को बिना अवकाश के स्कूल बंद कर दिया गया। स्कूल के बंद रहने से छात्र—छात्राएं व अभिभावक भी असमंजस में रहे।
अभिभावकों की सूचना के बाद जिला पंचायत उपाध्यक्ष कोमल मेहता शुक्रवार यानि आज बारिश के बावजूद खुद प्राथमिक विद्यालय गोगना पहुँचे। उन्होंने बताया कि गोगना प्राथमिक विद्यालय में 13 बच्चे अध्य्यनरत हैं, जहां 2 अध्यापक कार्यरत हैं।
मेहता ने बताया कि 1 अध्यापक अवकाश में हैं और दूसरे अध्यापक को दूसरे विद्यालय भेज दिया गया, जिस कारण विद्यालय में 2 दिन ताले लटके रहे। कोमल मेहता के अनुसार खंड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि दूसरे विद्यालय के टीचर को इस विद्यालय भेजा गया है। ऐसे में मेहता का कहना है कि जब गोगना विद्यालय में ही एकमात्र टीचर काम कर रहा था तो इस विद्यालय के अध्यापक को दूसरे विद्यालय क्यों भेजा गया, जिसके कारण दो दिनों तक विद्यालय बन्द रहा।
जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक एके जुकरिया का कहना है कि अभी मामला उनके संज्ञान में नहीं है। वह बीईओ से जानकारी लेने के बाद मामले को देखेंगे वहीं, जिप उपाध्यक्ष मेहता ने इस प्रकरण में जिलाधिकारी से वार्ता कर पूरे प्रकरण में जिसकी भी लापरवाही है उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
मेहता ने कहा कि जनप्रतिनिधि और एक नागरिक होने के नाते भी नौनिहालों के भविष्य को लेकर कोताही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगी। जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि पूरे प्रकरण में जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।