पूर्व दर्जाराज्य मंत्री ने लगाया आरोप कहा- सरकार की गलत नीति से बढ़ रही है शिशु मृत्यु दर

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा।एनएचएम के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने अल्मोडा जनपद से दस चिकित्सकों को स्थानान्तरित कर मैदानी क्षेत्रों में भेजे जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि सरकार की इस नीति से पहाड़ों की उपेक्षा को और बल मिलता है.

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मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पर्वतीय जनपदों एवं वहां निवास करने वाले नागरिकों की लगातार उपेक्षा की जा रही है । उन्होंने कहा कि पर्वतीय राज्य का निर्माण पर्वतीय जनपदों के उत्तर प्रदेष में संतुलित विकास न होने के कारण किया गया । किन्तु जिस प्रकार की उपेक्षा आज वर्तमान सरकार द्वारा इन जनपदों एवं जनपद वासियों के साथ की जा रही है ऐसा विगत बीस वर्षो में नहीं किया गया ।

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उन्होंने कहा कि अल्मोडा जनपद से दस चिकित्सकों को इस पर्वतीय जनपद से हटाकर मैदानी क्षेत्रों में स्थानान्तरित किया गया । किन्तु उनके स्थान पर केवल दो चिकित्सकों को प्रषासनिक कार्य हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में भेजा गया । कर्नाटक ने कहा कि दून में वातानुकूलित कक्षों में बैैठने वाले वह अधिकारी पर्वतीय क्षेत्र की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को नहीं समझ सकते और न ही इन क्षेत्रों में निवास करने वालों से इन अधिकारियों का कोई जुड़ाव है.

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य आन्दोलनकारियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर इस राज्य का निर्माण करवाया किन्तु बेलगाम अधिकारी आज पर्वतीय जनपदों में निवास करने वालों व्यक्तियों का शोषण कर रहे हैं और जनप्रतिनिधि मूक दर्षक बन कर उनका मौन समर्थन कर रहे हैं.

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कहा कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा यह स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि बिना प्रतिस्थानी के किसी भी अधिकारी/कर्मचारी को कार्यमुक्त न किया जाय किन्तु वर्तमान सरकार द्वारा इसकी अनदेखी कर बिना प्रतिस्थानी चिकित्सकों को कार्यमुक्त करने के आदेश दिये गये. क्या वर्तमान सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि पूर्व में जो भी तर्क संगत आदेष जनहित में जारी हुये हैं उन्हें निरस्त कर जन विरोधी निर्णय लेकर कुछ विषेष लोगों को लाभ पहुंचाने का कार्य किया जायेगा, क्या इस राज्य में रह रहे पर्वतीय क्षेत्र के लोगों का दुर्भाग्य है कि चिकित्सालय पहुंचने उपरान्त चिकित्सक न होने के कारण वृद्वजनों,गर्भवती महिलाओं,ह्दय रोगियों को उपचार न मिलने से उनकी मृत्यु हो जाय साथ ही नवजात शिशुओ और नौनिहालों को उपचार के अभाव में अनहोनी का सामना करें उन्होंने कहा कि लगातार बढ रही षिषु मृत्यु दर इस बात का स्पष्ट प्रमाण है ।

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उन्होंने तत्काल जनपद से हटाये गये चिकित्सकों के स्थानान्तरण की जांच कर स्थानान्तरण तत्काल निरस्त करने या तुरंत प्रति​स्थानी भेजने की मांग करते हुए ऐसा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.