गाजियाबाद के शास्त्रीनगर में शनिवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी पर तेजाब फेंक दिया। यह वारदात घरेलू झगड़े के चलते हुई। बताया गया कि महिला पिछले एक हफ्ते से घर छोड़कर अलग रह रही थी। इसी दौरान वह किसी काम से शास्त्रीनगर चौराहे पर पहुंची थी।
जब महिला ऑटो लेने के लिए सड़क किनारे खड़ी थी, तभी उसका पति वहां आ पहुंचा। उसने पत्नी से घर चलने को कहा। दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। अचानक आरोपी ने थैले से बोतल निकाली और पत्नी के चेहरे पर तेजाब फेंक दिया। महिला ने खुद को बचाने के लिए जैसे ही हाथ आगे किए, दोनों हाथ बुरी तरह झुलस गए। चेहरा, गर्दन और उसके नीचे का हिस्सा भी जल गया।
महिला की चीख सुनकर वहां मौजूद लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोपी को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। घायल महिला को पहले पास के सर्वोदय अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। अभी तक पीड़िता की तरफ से तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर मिलने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह गहनों की सफाई का काम करता है और उसी काम में इस्तेमाल होने वाला तेजाब अपने साथ लाया था।
आरोपी और पीड़िता ने 18 साल पहले प्रेम विवाह किया था। उनके दो बच्चे हैं। बेटा 18 साल का और बेटी 9 साल की है। पत्नी आरडीसी में एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में काम करती है। पति को शक था कि पत्नी किसी और से बात करती है। इसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा चल रहा था।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि दोनों का ईमेल एक ही था। वह पत्नी के मेल चेक करता था और उसकी लोकेशन पर भी नजर रखता था। जब उसे पक्का यकीन हो गया कि पत्नी किसी और से मिल रही है, तो उसने तेजाब फेंकने की वारदात को अंजाम दिया।
घटना के वक्त महिला मदद के लिए सड़क पर करीब 50 मीटर तक दौड़ी। वह ‘बचाओ-बचाओ’ चिल्लाती रही। पहले लोग तमाशा देखते रहे। लेकिन जब उसके शरीर से धुआं उठता देखा तो आरोपी को पकड़ लिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरोपी ने वारदात के बाद कहा – अब तू किसी की नहीं हो सकेगी। जिनके लिए मुझे छोड़ा है, वह भी तुझे नहीं पहचान पाएंगे।
