अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में हुई कार्यशाला:: आपातकालीन और मौर्चरी के चिकित्सा कानूनों की जानकारी दी

editor1
2 Min Read

Workshop held in Almora Medical College:: informed about the medical laws of emergency and mortuary

इस मौके पर विशेषज्ञों ने डाक्टरों और छात्रों को मुर्दाघर और चिकित्सा कानूनी मामलों से निपटने के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ऑन लाइन जुड़े उन्होंने कार्यक्रम की सराहना की।

अल्मोड़ा, 22 अगस्त 2022- सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान मेडिकल कालेज में बीते रोज रविवार को आपातकालीन और मुर्दाघर में चिकित्सा कानूनी मामलों से निपटने बावत कार्यशाला का आयोजन किया गया।

Workshop held in Almora Medical College
Workshop held in Almora Medical College

इस मौके पर विशेषज्ञों ने डाक्टरों और छात्रों को मुर्दाघर और चिकित्सा कानूनी मामलों से निपटने के बारे में जानकारी दी।


कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ऑन लाइन जुड़े उन्होंने कार्यक्रम की सराहना की।


फारेंसिंक मेडिसिन विभाग की ओर से मेडिकल एजुकेशन यूनिट के सहयोग से हुई कार्यशाला का चिकित्सा शिक्षा अपर निदेशक प्रो. आशुतोष सयाना, सीएमओ डा. आरसी पंत, प्राचार्य प्रो. सीपी भैसोड़ा, पीएमएस डा. एचसी गढ़कोटी ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।

Workshop held in Almora Medical College
Workshop held in Almora Medical College


इस कार्यशाला में महिला उत्पीड़न, सैक्सुअल एसाल्ट, मेडिकोलीगल मुद्दों से संबंधित भर्ती रोगियों और उनकी मृत्यु से संबंधित प्रकरण, पॉक्सो, मेडिकल टर्मिनेशनल आफ प्रेग्नेंसी आदि विषयों पर देशभर से आए हुए विषय विशेषज्ञों ने अपने व्यख्यान प्रस्तुत किए।
दो दिवसीय कार्यशाला में सीएमई में देश के विभिन्न राज्यों के मेडिकल कालेज से विषय विशेषज्ञ, संकायाध्यक्ष, पीजी छात्र-छात्राएं, अल्मोड़ा जिले की अपराध निरोधक सेल आदि ने सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रस्तुत किए गए।
कार्यशाला में जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. भूपेंद्र भैसोड़ा, प्रो. एनके अग्रवाल, डा. ओपी मूर्ति, डा. योगेंद्र बंसल, डा. डी हरीश, प्रो. ऊषा रावत आदि मौजूद रहे। जबकि आयोजन सचिव प्रो. जीबी गोगोई, प्रो. रंगीला सिंह, प्रो. एके सिंह, प्रो. एस. दास गुप्ता, प्रो. संजीव दवे, प्रो. शैलेंद्र सिंह, डा. एके पांडे, डा. हेमंत कुमार दत्त आदि शिक्षकों ने आयोजन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।