अल्मोड़ा: घरेलू विवाद में महिला ने उठाया आत्मघाती (Suicidal) कदम, बेटे को जहर देकर खुद भी गटका — महिला की मौत(Death)

UTTRA NEWS DESK
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Woman takes suicide steps in domestic dispute

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अल्मोड़ा, 09 जून 2020
जिन्दगी को ठोकर मार कर मौत की आगोश में सो जाने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. लॉक डाउन (Lock down) के दौरान जनपद में बीते कुछ माह से आत्महत्या (Suicide)
के केस जिस तरह बढ़ रहे है वह भयावह करने वाले है. सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि पढ़ी-लिखी युवा आबादी भी आत्महत्या की ओर तेजी से बढ़ रही है.

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वर्तमान में पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से लड़ रहा है. कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा घोषित किए गए देशव्यापी लॉक डाउन में आत्महत्या के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

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बात करें अल्मोड़ा जनपद की तो यहां पिछले 2 माह में दो दर्जन से अधिक लोगों ने अलग—अलग कारणों के चलते आत्महत्या करने का प्रयास किया. आत्मघाती कदम उठाने के ​पीछे घरेलू हिंसा, पारिवारिक विवाद व मानसिक तनाव आदि कारण प्रमुख है.

सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि युवा पीढ़ी भी तेजी से आत्महत्या की ओर बढ़ रही है. युवाओं में संयम, संतुष्टि और सहन करने की ताकत लगातार घट रही है और किसी क्षेत्र में असफल होने पर जीवन से नफरत के भाव बढ़ रहे हैं. जिसके बाद युवा आत्मघाती (Suicidal) कदम उठा रहे है.

ताजा मामला अल्मोड़ा जिले के स्याल्दे विकासखंड का है जहां गृह क्लेश में एक महिला ने जहर पीकर अपनी जान दे दी. यही नहीं महिला ने अपने दो बच्चों को भी जहर पिलाकर मारने की कोशिश की. लेकिन वह अपने इस मकसद में कामयाब नहीं हो पाई. दोनों बच्चें सुरक्षित है.

मिली जानकारी के मुताबिक विकासखंड के खाल्यों गांव निवासी देवकी देवी उम्र 35 वर्ष का रविवार की रात अपने पति देब सिंह से घर के कार्यों को लेकर विवाद हो गया. सोमवार की सुबह महिला अपने दो बच्चों, बेटी हिमांशी उम्र 8 व बेटे हिमांशु उम्र 2 वर्ष को साथ लेकर स्थानीय देघाट बाजार को निकल पड़ी.

महिला ने बाजार की एक दुकान से जहर की शीशी खरीदी और उसे कोल्डड्र्रिंक में मिलाकर अपने दो साल के मासूम बेटे को ​पिला दिया.​महिला ने बेटी हिमांशी से भी पीने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया. जिसके बाद महिला ने खुद भी जहर गटक लिया.

कुछ देर बाद महिला व बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी, बच्चों को रोते—बिलखते देख कुछ लोग वहां पहुंचे. महिला के पास में जहर की शीशी देख लोग आनन—फानन में महिला व बच्चों को देघाट स्वास्थ्य केंद्र ले गए. जहां महिला ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.

देघाट स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ.एसके विश्वास ने बताया कि बच्चे को प्राथमिक उपचार के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिकियासैंण रेफर कर दिया गया. जहां बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद चिकित्सकों ने उसे डिस्चार्ज कर दिया.

महिला की सास 70 वर्षीय बसंती देवी ने बताया कि उसका बेटा दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है. लॉक डाउन से पहले वह घर आ गया था. तब से घर पर ही था. महिला के इस आत्मघाती कदम के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है. बच्चों का रो—रो कर बुरा हाल है.

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