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रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए जेएनयू की तर्ज पर संचालित हो यूआरयू: प्रस्तावित सोबन सिंह जीना विवि में संबद्ध करने के फैसले को बताया यूआरयू के अस्तित्व पर खतरा, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। पूर्व स्वीकृत उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय को प्रस्तावित सोबन सिंह जीना विवि में संबद्ध न किये जाने की मांग को लेकर बुधवार को कांग्रेसजनों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा उपलब्ध कराने और शोध कार्यों की नवीनता लाते हुए एक आदर्श विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए आवासीय यूनिवर्सिटी को पूर्व के प्रस्ताव के अनुसार जेएनयू की तर्ज पर संचालित करने की मांग की है।

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सीएम को भेजे गए ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा कि पूर्व सरकार ने पहाड़ी जिले अल्मोड़ा में एक आवासीय विवि की स्वीकृति दी थी। वर्तमान में आवासीय विवि का संचालन पीपीपी मोड के अंतर्गत सफलतापूर्वक हो रहा है जिसमें वर्तमान की मांग के अनुसार अनेक रोजगारपरक स्नातक कोसों का संचालन हो रहा है। आवासीय विश्वविद्यालय अनेक शोध कार्य करने के साथ-साथ पहाड़ के लोगों को रोजगार भी प्रदान कर रहा है। कहा कि आवासीय विवि की बिल्डिंग निर्माण के लिए भूमि का चयन भी कर लिया गया है तथा यह विश्वविद्यालय पहाड़ की अनेक समस्याओं को हल करने में सहायता भी कर सकता है। लेकिन हाल ही में अल्मोड़ा में हुई कैबिनेट बैठक में आवासीय विवि को प्रस्तावित सोबन सिंह जीना विवि में संबद्ध करने का फैसला लिया गया है। कांग्रेस ने सीएम से इस फैसले को वापस लेने की मांग की है। कुमाऊं विवि के सोबन सिंह जीना परिसर को सोबन सिंह जीना विवि के नाम से करने के फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेसजनों ने कहा कि सोबन सिंह जीना विवि​ में संबद्ध करने से आवासीय विवि का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।

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