जैसे ही जून का महीना नजदीक आ रहा है वैसे ही आपकी जेब पर असर डालने वाले कुछ बड़े बदलाव एक जून से लागू हो सकते हैं। इन बदलावों में सबसे पहले क्रेडिट कार्ड के नियमों में फेरबदल की बात सामने आई है। बैंकों की ओर से कार्ड से जुड़ी कुछ सेवाओं पर नया चार्ज लगाया जा सकता है। अगर ऑटो डेबिट फेल होता है तो ट्रांजेक्शन अमाउंट का दो फीसदी तक जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसके अलावा यूटिलिटी बिल और विदेशी खरीदारी जैसी सेवाओं पर भी अब अतिरिक्त शुल्क लगने की संभावना है। कुछ बैंकों ने रिवॉर्ड प्वाइंट में कटौती का भी ऐलान किया है जो सीधे तौर पर कैशबैक और इंटरनेशनल खर्चों पर असर डालेगा।
अब बात एटीएम से नकद निकालने की। बैंकों की तरफ से एटीएम से फ्री ट्रांजेक्शन की सीमा पहले ही तय है लेकिन अब एक जून के बाद अगर उससे ज्यादा बार पैसे निकाले जाते हैं तो हर ट्रांजेक्शन पर अलग से शुल्क देना पड़ सकता है। ऐसे में छोटे खर्चों के लिए यूपीआई या डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल करना ही समझदारी भरा कदम होगा।
एलपीजी सिलेंडर की कीमत में बदलाव की बात करें तो हर महीने की पहली तारीख को इसकी दरों की समीक्षा होती है। इस बार कीमतों में इजाफा हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो घरेलू बजट पर सीधा असर पड़ेगा। खासकर उन परिवारों पर जो सब्सिडी वाले सिलेंडर पर निर्भर रहते हैं। ऐसे में सलाह यही है कि एक जून से पहले ही सिलेंडर की बुकिंग करा ली जाए।
अब बात फिक्स्ड डिपॉजिट की करें तो रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की बैठक छह जून को होनी है। जिसमें रेपो रेट में कटौती का फैसला लिया जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो एसबीआई एचडीएफसी और आईसीआईसीआई जैसे बड़े बैंक एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं। इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो अपनी मासिक जरूरतें पूरी करने के लिए एफडी पर निर्भर रहते हैं।
जीएसटी इनवॉइस से जुड़ा बदलाव भी एक जून से लागू हो सकता है। इनवॉइस नंबर अब केस सेंसिटिव हो जाएंगे। यानी abc ABC और Abc को अलग अलग न मानकर एक जैसा माना जाएगा। सभी इनवॉइस अब कैपिटल लेटर में ही मान्य होंगे। ऐसे में जरूरी है कि कारोबारी अपने बिलिंग सॉफ्टवेयर को तुरंत अपडेट कर लें ताकि किसी तरह की परेशानी से बचा जा सके।
आधार अपडेट की सुविधा भी अब बस कुछ ही दिन बाकी है। UIDAI ने 14 जून तक फ्री अपडेट की सुविधा दी है। इसके बाद नाम पता और जन्मतिथि जैसी जानकारियों में बदलाव के लिए पचास रुपये का शुल्क देना होगा। इसलिए अगर किसी को अभी तक आधार में सुधार कराना है तो देर ना करें। सीधे माया आधार पोर्टल पर जाकर जरूरी जानकारी को अपडेट कर लें।
इस तरह एक जून से लागू होने वाले इन बदलावों का असर आपकी रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ सकता है। खर्चों पर असर पड़ सकता है। फाइनेंशियल प्लानिंग गड़बड़ा सकती है। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते सतर्क हो जाएं ताकि किसी भी तरह के नुकसान से खुद को बचाया जा सके।