उत्तराखंड के बागेश्वर में दो नाबालिक लड़कियों को बंधक बनाकर चार लड़कों ने बुरी तरह पीटा उन्होंने बच्चों के साथ छेड़छाड़ भी कि आरोपी इतनी ज्यादा बेखौफ थे कि पुलिस को भी टक्कर मार कर भाग निकले।
हालांकि एक को पुलिस ने पकड़ लिया। बच्चियों से मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर इस समय वायरल भी हो रहा है जिसमें वह लड़कियों का थप्पड़ मारते हुए गाली देते हैं और मुर्गा बनने पर मजबूर करते दिख रहे हैं।
बताया जा रहा है कि कब कोर्ट पुलिस ने तनुज गड़िया, दीपक उर्फ दक्ष, योगेश गड़िया पुत्र कंचन सिंह निवासी खाईबगड़ कपकोट और लक्की कठायत पुत्र खुशाल कठायत निवासी कपकोट के खिलाफ छेड़खानी के आरोप पॉक्सो अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया। आरोप है कि इन्होंने दो नाबालिग बच्चियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ कमरे में ले गए।
यहां पहले उनके साथ छेड़खानी की और फिर उनकी पिटाई की थप्पड़ बरसते हुए इन्होंने वीडियो भी बनाया बच्चा रोटी रही और हाथ जोड़ती रही लेकिन उन पर लगातार थप्पड़ों की बरसात होती रही दोपहर पुलिस चारों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी। इसी दौरान तनुज को छोड़कर तीनों आरोपी एक कार में कपकोट से भागकर बागेश्वर आ गए।
देर शाम बागेश्वर कोतवाली में तैनात वरिष्ठ उप निरीक्षकखष्टि बिष्ट टीम के साथ मंडलसेरा बाइपास के पास गश्त कर रही थीं।
इसी दौरान बिना नंबर प्लेट वाली कार को पुलिस ने रुकवाया। जैसे ही पुलिस ने कार का दरवाजा खोला, तभी कार में बैठे तीन युवकों ने पुलिसकर्मियों को धक्का देकर गिरा दिया और पुलिस की जीप को टक्कर मारकर भाग गए।
पुलिस ने वहां का पीछा किया तो मंडलसेरा बाईपास पुल के पूर्वी छोर पर पकड़ लिया। इस दौरान कार में बैठे दो युवक पुलिस को चकमा देकर फरार गए, जबकि कार चला रहे 23 वर्षीय आरोपी को पुलिस योगेश गड़िया पुत्र कंचन सिंह निवासी खाईबगड़ कपकोट को गिरफ्तार कर कोतवाली ले आई।
जबकि फरार लक्की कठायत और दीपक उर्फ दक्ष कोरंगा के खिलाफ धारा 132/221 बीएनएस में मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
एसपी बागेश्वर चंद्रशेखर घोड़के ने कहा कि पुलिस को चकमा देखकर भागने वाले युवक की गिरफ्तारी के लिए कपकोट थाना व कोतवाली बागेश्वर से टीम बना दी है। जल्द ही वह पुलिस के गिरफ्त में होंगे। घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।