राजा रघुवंशी हत्याकांड में हर पल एक नया मोड़ सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि राजा रघुवंशी से मिलने के बाद आरोपियों का मन एकदम बदल गया था।
उसका व्यवहार इतना अच्छा था कि हत्यारे उसे नहीं मारना चाहते थे और उन्होंने अपना इरादा छोड़ दिया था लेकिन सोनम की जिद की वजह से उन्हें यह मर्डर आखिरकार करना ही पड़ा।
सोनम किसी भी सूरत में राजा रघुवंशी को छोड़ने के मूड में नहीं थी। वह आरोपियों से लगातार राजा की हत्या को लेकर दबाव बना रही थी। सोनम की जिद और दबाव के चलते आरोपियों ने राजा की हत्या करने जैसा कदम उठाया।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने राजा की हत्या नहीं करने का मन बना लिया था। यही नहीं उनको शिलांग की भौगोलिक स्थिति और लोगों की आवाजाही से घबराहट हो रही थी लेकिन सोनम उन पर दबाव लगातार बना रही थी। 23 मई को सोनम राजा को सुनसान जगह पर ले गई। आरोपी भी लोकेशन मिलते ही पहुंच गए। जैसे ही सोनम ने इशारा किया आरोपियों ने पीछे से राजा पर हमला कर दिया।
इस बीच तीनों राज कुशवाह, विशाल चौहान और आकाश राजपूत आरोपियों को सोमवार को जिला अदालत में पेश किया गया जहां से सभी को 7 दिन के लिए मेघालय पुलिस की ट्रांजिट रिमांड में भेज दिया गया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि अब मेघालय पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर तीनों को अपने साथ लेकर जाएगी और उनसे गहन पूछताछ करेगी।
पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने कहा कि आरोपी एक-दूसरे को पहले से जानते थे।
इनमें से दो आरोपी राज कुशवाहा के दोस्त हैं। हत्याकांड के एक अन्य संदिग्ध आनंद को एमपी के बिना से गिरफ्तार कर लिया गया है। चारों आरोपियो से सोनम के संपर्क के बारे में पूछे जाने पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने कुछ भी कहने से बचते हुए कहा कि मेघालय पुलिस इस बारे में विस्तार से जानकारी देगी।
इस बीच राजा रघुवंशी की मां ने खुलासा किया कि पति के साथ हनीमून पर जाने की योजना उनकी बहू सोनम ने ही बनाई थी। खास बात यह कि उसने वापसी का टिकट बुक नहीं कराया था।