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Pithoragarh- उत्तराखंड महोत्सव के तीसरे दिन हुए अनेक कार्यक्रम

Newsdesk Uttranews
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पिथौरागढ़। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस को उत्तराखण्ड महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। जनपद पिथौरागढ़ में आगामी 13 नवंबर तक आयोजित कार्यक्रम के तीसरे दिन जिला मुख्यालय के स्थानीय रामलीला मैदान में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

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उत्तराखंड महोत्सव के तृतीय दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय के जिला पंचायत सभागार में सेना भर्ती के लिए अभिमुखी कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य कार्यक्रम रामलीला मैदान में आयोजित किए गए, कार्यक्रमों का शुभारंभ अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक मनोज सामंत एवं अन्य अतिथियों द्वारा किया गया। इसके उपरांत स्थानीय वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी के साथ ही विभिन्न लोक विधा,संस्कृति का प्रदर्शन किया गया। प्रकाश रावत, भगवती दनपुरिया, भीम राम एन्ड पार्टी व ज्वालेश्वर ग्रुप द्वारा छोलिया नृत्य तथा अन्य प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोहा।

इसके उपरांत कृषि गोष्ठी का आयोजन कर कृषि विज्ञान केन्द्र गैना से आई कृषि वैज्ञानिक डॉ निर्मला भट्ट के द्वारा मशरूम उत्पादन तथा डॉ पंचोली द्वारा कीवी उत्पादन की जानकारी प्रदान करने के साथ ही मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र चौधरी तथा मुख्य उद्यान अधिकारी आरएस वर्मा द्वारा किसानों को कृषि एवं ऑद्यानिकी की जानकारी दी गई।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि मनोज सामंत द्वारा अपने संबोधन में सरकार द्वारा किसानों के कल्यारार्थ संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सहकारिता विभाग के माध्यम से किसानों हेतु शून्य प्रतिशत ब्याज की दर पर 3 लाख तक का तथा महिला समूहों को 5 लाख तक का ऋण दिया जा रहा है पिथौरागढ़ जिला सहकारी बैंक द्वारा वर्तमान तक 54 करोड़ रुपये का ऋण वितरण कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त स्वरोजगार हेतु भी ऋण दिया जा रहा है। उन्होंने सभी से योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा विभागीय स्टाल लगाकर योजनाओं का लाभ भी आम जनता को प्रदान किया गया।

तृतीय दिवस पर मुख्य कार्यक्रम के अंतर्गत कुमाउँनी भाषा संगोष्ठी का आयोजन रामलीला मैदान के मुख्य मंच में आयोजित किया गया*। गोष्ठी की अध्यक्षता डॉ परमानंद चौबे द्वारा की गई। गोष्ठी में विभिन्न कुमाउँनी, जौहारी,शौका एवं रं संस्कृति भाषा के कवियों, रचनाकारों द्वारा अपनी भाषा में कविता पाठ के साथ ही अपने विचार व्यक्त करते हुए संस्कृति का वर्णन किया गया। इससे पूर्व जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान द्वारा सभी कवियों, रचनाकारों को शाल ओढ़ाकर और प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि हमें अपनी स्थानीय भाषाओं को बचाए रखना है।

इसी उद्देश्यों को लेकर हमारा यह प्रयास है जो आगे भी जारी रहेगा। जिलाधिकारी ने सभी से अपील की कि वह अपने परिवार में अपनी स्थानीय भाषा का अधिक से अधिक उपयोग करते हुए उसे बचाए रखने हेतु छोटे से प्रयास करें तथा अपने बच्चों व नई पीढ़ी को भी अपनी स्थानीय भाषा को सिखाएं।अपनी भाषा एवं संस्कृति को बचाने हेतु प्रयास करने होंगे। कुमाउँनी भाषा संगोष्ठी में कुमाउँनी कवि, रचनाकार सरस्वती कोहली,डॉ आनंदी जोशी, नीरज पंत, दिनेश भट्ट, डॉ दीप चंद्र भट्ट, चिंतामणि जोशी, महेन्द्र ठकुराठी, ललित शौर्य, जनार्दन उप्रेती आदि ने कविता पाठ कर विचार रखे। इस कार्यक्रम का संचालन विप्लव भट्ट ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक मनोज सामंत, विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष नगर पालिका राजेद्र रावत, जिलाधिकारी डा आशीष चौहान, सीडीओ अनुराधा पाल, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र चौधरी समेत विभिन्न जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी कर्मचारी तथा विभिन्न क्षेत्रों से आए रंगकर्मी, लोक कलाकार व आम लोग आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र चौधरी, विप्लव भट्ट एवं ललित शौर्य द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।