क्वीज प्रतियोगिता में एसएसजे के कैडटों ने पाया प्रथम स्थान, प्रशिक्षण शिविर में कैडट्स को सैन्य विधाओं व युद्ध कला में बनाया जा रहा दक्ष

Newsdesk Uttranews
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डेस्क। देश के युवाओं को सैन्य विधाओं एवं युद्ध कला व कौशल में दक्ष करने के उद्देश्य से 77 यूके बटालियन का दस दिवसीय संयुक्त वार्षिक शिविर रानीबाग हल्द्वानी में जारी है। शनिवार यानि आज सुबह पहले सत्र में एनसीसी के 571 कैडटों को सैक्षन फोरमेशन के माध्यम से दुश्मनों के बंकरो को नेस्तानाबूत करने एवं दुश्मनों की युद्ध व्यूह रचना को धराशायी करने की विधा का प्रशिक्षण दिया गया।

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दुश्मनों के बंकरों को धराशायी करने का प्रशिक्षण लेते एनसीसी कैडट्स

जबकि द्वितीय सत्र में अग्निशमन दल द्वारा आग बुझाने के तरीकों का प्रर्दशन कर कैडेटों को आग बुझाने की प्रक्रिया का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान किया गया। जिसके बाद अग्निशमन दल के मुख्य निरीक्षक मिंदर पाल सिंह तथा दल को कैंप प्रशिक्षण अधिकारी कैप्टन डीएस बिष्ट द्वारा एनसीसी परिवार की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इस दौरान 105 छात्रा कैडेटों को फायरिंग रेंज में ले जा कर फायरिंग की बारिकियों का प्र​शिक्षण दे कर फायरिंग करवायी गयी। शाम के पहले सत्र में कैडट्स के मनोयोग के उच्च स्तर को बनाये रखने के लिए ज्ञानवर्धक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। जिसमें कैप्टन डीएस बिष्ट द्वारा राष्ट्रीय एकता में कैडेटों की भूमिका, लेफ्टिनेंट कैलाश जोशी द्वारा सेना का इतिहास, तृतीय आफिसर प्रेम टम्टा द्वारा कैडट्स के दायित्वों की भूमिका, लेफ्टिनेंट जैकब द्वारा नेतृत्व के गुणों पर व्याख्यान दिया गया। द्वितीय सत्र में विभिन्न सैन्य विषयों के प्रश्नों पर आधरित क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रत्येक विद्यालय के 02 कैडटों द्वारा प्रतिभाग किया गया। क्वीज प्रतियोगिता में एसएसजे के कैडेटो ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। दिवस के अंतिम सत्र में खेलकूद के तहत कैडेटों के बीच बॉलीवाल एवं बैडमिंटन खेल की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण दिवस का समापन समादेशक कर्नल हेमंत कुमार के संबोधन द्वारा किया गया। जिसमें उनके द्वारा अनुशासन की महत्ता एवं कैडेट जीवन में अनुशासन की उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया।

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