So Rajendra was killed in electoral rivalry, राजेंद्र
अल्मोड़ा, 20 अगस्त 2020
अल्मोड़ा तहसील के राजस्व क्षेत्र पल्यू के सुपई गांव के राजेंद्र हत्याकांड का गुरुवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है. चुनावी रंजिश में आरोपियों ने राजेंद्र की हत्या की थी. मामले में पुलिस ने एक क्षेत्र पंचायत सदस्य समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी में जुट गई है.
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया कि मृतक राजेंद्र सिंह पुत्र स्व. नैन सिंह चम्याल का आरोपियों के साथ सरपंच के चुनाव को लेकर विवाद चल रहा था. जिसको लेकर एक बार पहले भी आपस में मारपीट हुई थी.
आरोपियों ने चुनावी रंजिश में राजेंद्र सिंह को ग्राम पल्यू काचुली पुल के पास लाठी—डंडों से पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया था और उसे घायलवस्था में छोड़कर वहां से फरार हो गए थे. अस्पताल लाने के दौरान राजेंद्र सिंह की मौत हो गई थी.
पूछताछ में जुर्म कबूलने के बाद पुलिस ने मामले में 3 आरोपी बीडीसी मैंबर गिरधर सिंह सुपियाल उर्फ गुड्डू उम्र 30 वर्ष पुत्र मोहन सिंह निवासी ग्राम सुपई सुपियाल, राजेंद्र सिंह डोलिया उम्र 32 वर्ष पुत्र प्रेम सिंह डोलिया निवासी उपरोक्त व करन सिंह डोलिया उम्र 22 वर्ष पुत्र शिवराज सिंह डोलिया निवासी ग्राम सुपई तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है.
एसएसपी मीणा ने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 3 लाठी डंडों व मृतक के क्षतिग्रसत मोबाइल को घटनास्थल के पास से बरामद किया गया है. एसएसपी ने कहा कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है. शीघ्र ही सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
एसएसपी पीएन मीणा ने गिरफ्तारी टीम को 2500 रुपये की धनराशि इनाम के रूप में देने की घोषणा की है.
गिरफ्तारी टीम में एसएसआई बसंती आर्य के अलावा एसआई मनोहर सिंह, कांस्टेबल संदीप सिंह, खुशाल राम, नारायण रावण, मान सिंह आदि मौजूद थे.
ये था मामला—
पटवारी क्षेत्र पल्यू के ग्राम सुपई निवासी राजेंद्र सिंह को 20 जुलाई की दोहपर में धौलछीना रोड काचुला पुल के पास गांव के ही कुछ दबंगों ने लाठी डंडों से पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया था. 22 जुलाई को मृतक की पत्नी कमला चम्याल ने गांव के अज्ञात लोगों द्वारा उसके पति की हत्या करने के संबंध में पटवारी चौकी में मुकदमा दर्ज कराया था.
27 जुलाई को मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर हुआ. एसएसपी ने मामला संवेदनशील होने के चलते मामले में तत्काल टीम गठित करने के निर्देश दिए. सीओ अल्मोड़ा वीर सिंह व कोतवाल हरेंद्र चौधरी के पर्यवेक्षण में अभियोग के अनावरण के लिए टीम का गठन किया गया. कोतवाली अल्मोड़ा में तैनात एसएसआई बसंती आर्य मामले की विवेचना सौंपी गई.
विवेचना में घटना में कुल 11 लोगों के लिप्त होना प्रकाश में आया. जिसमें पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.