इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की मेघालय में हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी जानकारी हाथ लगी है। हनीमून पर पत्नी संग गए राजा की जान लेने के लिए सिर्फ एक नहीं बल्कि दो धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। एक हथियार तो पुलिस के हाथ लग चुका है लेकिन दूसरा अभी भी लापता है। उसे उसी खाई में फेंका गया जहां राजा का शव मिला था।
तफ्तीश में पता चला है कि राजा पर कुल तीन वार किए गए और ये तीनों वार अलग-अलग लोगों ने किए। मतलब साफ है कि हत्या में शामिल हर शख्स ने अपनी हिस्सेदारी निभाई। पुलिस का ये भी दावा है कि वारदात से ठीक पहले सोनम ने पार्किंग में ही हत्यारों को इशारा कर दिया था। जैसे ही पहला वार हुआ और राजा लहूलुहान हुआ तो सोनम चीखते हुए पीछे हट गई।
हत्या के बाद राजा का शव उसी खाई में फेंक दिया गया और वहां से सभी आरोपी फरार हो गए। हालांकि अब तक की जांच में मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा लग रहा है। मगर पुलिस इसे अकेली वजह नहीं मान रही है।
मेघालय के डीजीपी इदाशीशा नोंगरांग ने बताया कि जांच अधिकारी लव ट्रायंगल को एकमात्र कारण मानकर नहीं चल रहे हैं। शादी के कुछ दिनों के भीतर ही पत्नी का ऐसा बर्ताव असामान्य माना जा रहा है। डीजीपी के मुताबिक, हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं और सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।
अब मेघालय पुलिस सभी आरोपियों को घटनास्थल यानी सोहरा ले गई है ताकि जुड़ी कड़ियों को समझा जा सके। राजा की हत्या 23 मई को की गई थी और उनका शव 2 जून को मिला था। 9 जून को सोनम, उसके प्रेमी राज और तीन शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।