कर्नाटक में पूर्व पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश की हत्या के मामले ने राज्य की राजनीति और पुलिस व्यवस्था में खलबली मचा दी है। यह सनसनीखेज वारदात राजधानी बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट स्थित उनके तीन मंजिला आवास में अंजाम दी गई। हत्या के इस मामले में उनकी पत्नी पल्लवी और बेटी को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पुलिस गहन पूछताछ कर रही है। जांच के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
पुलिस को दिए बयान में पल्लवी ने बताया कि घर में पिछले एक सप्ताह से तनाव का माहौल था। ओम प्रकाश अक्सर बंदूक लेकर उन्हें और उनकी बेटी को धमकाते थे और बार-बार गोली मारने की धमकी देते थे। रविवार को घर में फिर से झगड़ा हुआ और पल्लवी के अनुसार ओम प्रकाश ने उन पर हमला करने की कोशिश की। अपनी जान बचाने की कोशिश में पल्लवी ने मिर्च पाउडर और तेल का इस्तेमाल किया। मिर्च पाउडर डालने के बाद जब ओम प्रकाश तड़पते हुए यहां-वहां भाग रहे थे, तभी उनके हाथ-पांव बांध दिए गए और फिर चाकू से उन पर कई बार वार किया गया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
हत्या के बाद पल्लवी ने स्वयं स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद उन्हें और उनकी बेटी को हिरासत में ले लिया गया। फिलहाल पुलिस यह भी जांच कर रही है कि बेटी की इस वारदात में क्या भूमिका रही। बताया जा रहा है कि पल्लवी मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं और सिजोफ्रेनिया की दवा ले रही थीं। वहीं, इस मामले में ओम प्रकाश के बेटे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर आगे की जांच की जा रही है।
ओम प्रकाश बिहार के चंपारण जिले के मूल निवासी थे और 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने भूविज्ञान में मास्टर डिग्री हासिल की थी और वर्ष 2015 में उन्हें कर्नाटक का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था। कुछ समय पहले ओम प्रकाश और पल्लवी के बीच दांडेली स्थित एक जमीन को लेकर विवाद की खबरें भी सामने आई थीं। जानकारी के मुताबिक पल्लवी ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश भी की थी, लेकिन कथित रूप से उसकी अनदेखी की गई, जिससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान थीं। इन तमाम पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस अब इस हत्याकांड की परतें खंगाल रही है। आज सोमवार को ओम प्रकाश के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा, जिससे कई और जानकारियां सामने आने की उम्मीद है।